रायगढ़ (छत्तीसगढ़)। अभी आंध्र प्रदेश के विशाखापटनम में गैस रिसाव के बाद लोगों का इलाज चल ही रहा था कि रायगढ़ के एक पेपर मिल प्लांट में गैस रिसाव से कई लोगों की स्थिति गंभीर हो गई।
छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले के पुसौर तहसील के तेतला गाँव के शक्ति पेपर मिल में टंकी सफाई के दौरान सात मजदूर जहरीली गैस के रिसाव के चलते गम्भीर रुप से आहत हो गए हैं। जानकारी मिलते ही थाना प्रभारी पुसौर के अलावा कलेक्टर रायगढ़ और जिला प्रशासन के तमाम बड़े अधिकारी घटना स्थल पर पहुंच गए थे। उनके निर्देश पर घायलों को तत्काल रायगढ़ के संजीवनी अस्पताल इलाज के लिये लाया गया था । यह घटना कल दोपहर 3 बजे की बताई जा रही है।
एसडीएम युगल किशोर उर्वशा बताया कि गम्भीर रूप से आहत मजदूरों को संजीवनी अस्पताल रायगढ़ में इलाज चल रहा है और गंभीर रुप से आहत तीन मजदूरों को राजधानी रायपुर के अस्पताल में रेफर किया जा रहा है। वहीं अस्पताल पहुंचे कलेक्टर और एसपी ने मजदूरों के परिवार वालों से मुलाकात की और उन्हें भरोसा दिलाया कि शासन की तरफ से घायलों के इलाज में कोई कसर बाकी नहीं छोड़ा जाएगी।
वहीं प्लांट संचालक दीपक गुप्ता ने बताया कि यह प्लांट पिछले दो तीन महीने से बन्द था। उसे दोबारा से चालू करने की तैयारी से हम सब वहां पहुंचे थे। इसी बीच क्लोरीन टंकी की सफाई के लिए उतरे सात मजदूर टंकी में बनी मीथेन गैस की चपेट में आकर बीमार पड़ गए थे। जिनमें से आज दो लोग ठीक हो गए हैं। जबकि तीन घायलों की गम्भीर हालत देखकर उन्हें बेहतर तरीके से इलाज के लिए राजधानी रायपुर भेजा जा रहा है।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निर्देश पर रायगढ़ कलेक्टर यशवंत कुमार आज पुलिस अधीक्षक संतोष सिंग के साथ रायगढ़ जिले के तेतला स्थित शक्ति पेपर मिल में हानिकारक गैस के संपर्क में आकर बीमार हुए मजदूरों से मिलने संजीवनी अस्पताल पहुंचे। वहां उन्होंने चिकित्सकों से भर्ती मजदूरों का हाल जाना। कलेक्टर यशवंत कुमार ने मिल संचालक को स्पष्ट निर्देश दिया है कि व्यक्तिगत रूप से घायलों के साथ रायपुर जाकर उनका पूरा इलाज कराये। साथ ही रेड क्रॉस और प्रशासन की ओर से एक पटवारी को भी रेफर किये मजदूरों के साथ रायपुर जाने के लिए निर्देशित किया।