सरकारी स्कूल में पढ़ने वाले इस बच्चे का सामान्य ज्ञान आपको हैरान कर देगा

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दीपक सिंह/रागिनी दुबे, कम्युनिटी जर्नलिस्ट

बाराबंकी (उत्तर प्रदेश)। जिस उम्र में बच्चे एबीसीडी भी ठीक से नहीं सीख पाते हैं, उस उम्र में देश व दुनिया के तमाम राजनेताओं के नाम साथ ही देश के हर राज्य व उनकी राजधानी के नाम साथ ही वहां के मुख्यमंत्रियों के नाम भी बखूबी से याद रखने वाले इस अद्भुत बच्चे का असामान्य ज्ञान सबको हैरत में डाल देगा। सवाल पूछते ही तुरंत जवाब मिल जाता है।

उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जिला मुख्यालय 60 किमी दूर त्रिवेदीगंज ब्लॉक के कर्मेमऊ गढ़ी गाँव के किसान सुरेश यादव के बेटे प्रियांशु, जिसकी उम्र अभी छह वर्ष है। प्रियांशु अपने गाँव के प्राथमिक विद्यालय में पहली में पढ़ते हैं। सुरेश यादव बताते हैं, “प्रियांशु को जो बात एक बार बता दी जाती है, वह वो आसानी से याद कर लेता है।”

गूगल बॉय की राह पर प्रियांशु

गांव के सरकारी स्कूल में कक्षा एक में पढ़ने वाले प्रियांशु दूसरे गूगल बॉय की राह पर हैं, प्रियांशु का आइक्यू टेस्ट करने वाले बीईओ संजय शुक्ल ने गांव कनेक्शन से बताया, “छात्र से जो भी सवाल शिक्षक करते हैं, वह बड़ी आसानी से जवाब दे देता है, छोटे से बच्चे का इतना तेज दिमाग देख कर मैं खुद दंग रह गया। बच्चे को दर्जनों म्यूजिकल इंस्ट्रूमेंट, फ्रूट्स, सभी देशों की राजधानी, उनके मुख्यमंत्री, राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री के नाम समेत याद हैं।”


बीईओ संजय शुक्ल ने आगे बताया, “बच्चे की आगे की पढ़ाई के लिए भी पूरी तैयारी कर ली गई है, छात्र प्रियांशु की ज्ञान क्षमता की जानकारी उच्चाधिकारियों तक पहुंचाई गई है, गूगल की तरह तुरंत जवाब देने वाले इस तेज दिमाग वाले बच्चे को हम लोग अपनी निगरानी में रखेंगे, उसे हर प्रकार की शिक्षा दी जाएगी ऐसे बच्चे आगे जाकर देश का भविष्य बनेंगे, इसे बड़े सहारे की जरूरत है साथ ही जरूरत पड़ने पर बच्चे का आइक्यू टेक्स्ट बड़े स्तर पर कराया जाएगा।

दो वर्ष से प्रियांशु को शिक्षा देने वाले कर्मेमऊ प्राथमिक विद्यालय के हेड मास्टर संतोष कुमार श्रीवास्तव ने गांव कनेक्शन से बताया, “प्रियांशु हमारे स्कूल का सबसे इंटेलिजेंट बच्चा है और यह बहुत कम समय में बहुत जल्दी प्रोग्रेस करता है और सारी चीजें याद कर लेता है, इसको 25 फलों के नाम, 25 सब्जियों के नाम, 25 जानवरों के नाम, 25 जंतुओं के नाम और सभी देशों की राजधानी, राज्यों की राजधानी उनके मुख्यमंत्री, प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति समेत और बहुत कुछ याद है, इसके माता-पिता दोनों लोग किसान हैं और घर का काम करते हुए बच्चे की देखभाल करते हैं, कई संस्थाओं ने संपर्क किया कि मैं इसके एजुकेशन का पूरा खर्चा दूंगा लेकिन मैं अपने स्कूल में इसे पढ़ा कर आगे तक ले जाने की इच्छा रखता हूं।”

वहीं प्रियांशु की मां विमलेश कुमारी से बच्चे की परवरिश व दिमागी क्षमता को लेकर बात की गई तो उन्होंने बताया कि प्रियांशु काफी होनहार है और इसका पढ़ाई लिखाई में बहुत मन लगता है मैं चाहती हूं कि मेरा बच्चा आगे भी अच्छे से पढ़-लिख कर माता-पिता, गांव व जनपद का नाम रोशन करें।

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