छत्तीसगढ़ में ऐसी ओलावृष्टि हुई कि छप्पर की छतें टूट गईं, पानी की टंकिया फूट गईं, कई मवेशियों की मौत हुई

Tameshwar SinhaTameshwar Sinha   28 April 2020 7:25 AM GMT

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रायगढ़ (छत्तीसगढ़)। छत्तीसगढ़ राज्य के कई जिलों में रविवार 26 अप्रैल को ऐसी भीषण ओलावृष्टि हुई कि घरों के छप्पर टूट गये, छतों पर रखी पानी की टंकिया फूट गईं। जान बचाने के लिए कोई पलंग के नीचे छिप गया तो कोई गाड़ियों के नीचे। 500 से ज्यादा घरों के छप्पर तो टूटे ही, कई गाय, बकरी और मुर्गियों की मौत हो गई, सब्जियां खेतों में बर्बाद हो गईं।

छत्तीसगढ़ राज्य के रायगढ़, जशपुर, सूरजपुर, सरगुजा और बिलासपुर संभाग के कई जिलों में रविवार 28 अप्रैल को भारी आंधी-बारिश और ओलावृष्टि से काफी नुकसान हुआ है। रायगढ़ जिले के लैलूंगा विकासखंड के ग्राम पंचायत चिरई खार, करवारजोर और लोहड़ापानी सहित आश्रित गांव कुरोपहरी, मांडो में हुई ओलावृष्टि से सैकड़ों छप्पर के घर टूट गये। सबसे ज्यादा नुकसान कोरियो जिले के बैकुंठपुर और डूभापानी गांवों में हुआ।


इस बारे में डूभापानी सरपंच सुखमनिया बताती बताती हैं, "गांव में गिरे ओलों का आकार बहुत बड़ा था। गांव के लोग दहशत में हैं। जिनके घर टूट गये हैं उन्हें प्राथमिक शाला में रखा गया है। हमने प्रशासन से मांग की है कि जल्द से जल्द सीट की व्यवस्था की जाये ताकी लोग अपनों घरों में लौट सकें। गांव में लगभग 250 घर हैं, एक दो घरों को छोड़ दिया जाये तो बाकी सभी के छप्पर टूट चुके हैं।"

तेज बारिश और ओलावृष्टि के कारण किसानों की फसलें भी चौपट हुई हैं। किसान इन दिनों गेहूं की कटाई कर रहे हैं और कई किसानों ने फसल को काटने के बाद उसे खलिहानों में रखा हुआ है। ऐसे में फसलें भीग गई हैं। ओलावृष्टि कारण कच्चे घर तो बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गये हैं। कई घरों में तो भारी मात्रा में ओले जमा हो गये।



डूभापानी के ज्यादा ग्रामीणों सब्जियों की खेती करते हैं। ओले के आकार बहुत बड़े थे जिस कारण टमाटर, मिर्ची, लौकी, भिंडी, कटहल और बैगन पेड़े तो टूटे ही, उनमे लगी सब्जियां भी बर्बाद हो गईं। महुए के पेड़ों को भी नुकसान पहुंचा है।


डूभापानी के ग्रामीणों ने बताया कि ओलावृष्टि कई मवेशियों की भी मौत हो गई है। कुछ लोगों की बकरी और मुर्गियों की जान चली गई। जांजगीर-चांपा जिले के डभरा ब्लॉक के ग्राम कटेकोनी बड़े में बीते शुक्रवार की शाम गाज की चपेट में आने से 11 बंदरों की मौत हो गई थी।


छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा है कि प्रदेश के रायगढ़, जशपुर, सूरजपुर जिले सहित सरगुजा, बिलासपुर संभाग के अन्य जिलों में आंधी-तूफान एवं ओलावृष्टि के संबंध में संबंधित जिलों के जनप्रतिनिधियों एवं कलेक्टरों फोन पर स्थिति का जायजा लिया है। जान-माल और फसलों के नुकसान का सर्वे कराकर जल्द से जल्द राहत पहुंचाने के निर्देश दिए हैं।

   

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