रायपुर (छत्तीसगढ़)। एक ओर जहां शासन प्रशासन द्वारा मास्क और सैनिटाइजर बनाकर बाजारों में कम दाम में उपलब्ध करवाए जा रहे हैं तो वहीं कुछ लोग ऐसे भी हैं जो खुद मास्क बनाकर जरूरतमंदों को मुफ्त में दे रहे हैं। छत्तीसगढ़ के रायपुर का बैरागी परिवार भी मास्क और शील्ड मास्क बना रहा है और कोरोना रूपी इस महामारी को परास्त करने के लिए पूरा परिवार दिन रात निस्वार्थ भाव के काम कर रहा है।
इस कोरोना संकट काल रायपुर के सुरेंद्र बैरागी, पत्नी आशा बैरागी, बेटा रितेंद्र बैरागी और बेटी डुलिका बैरागी मिलकर मास्क और शील्ड मास्क बनाते हैं। आशा बैरागी हर दिन पांच घंटा सिलाई कर मास्क बनाती हैं। इसके बाद सुरेंद्र बैरागी सेवा टोली के साथ जरुरतमंदों को मास्क और शील्ड मास्क बाटते हैं।
मजदूर, बस्ती आदि में कपड़े का मास्क बांटने के साथ-साथ परिवार के सदस्य जागरूक भी करते हैं, वहीं प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के डॉक्टर और पुलिस वालों को मुफ्त में शील्ड मास्क वितरण कर रहे हैं। अब तक 5000 मास्क और 100 से ज़्यादा शील्ड मास्क जरुरतमंदो तक पंहुचा चुके हैं।
सुरेंद्र कहते हैं, “जब तक कोरोना खत्म नहीं हो जाता तब तक निस्वार्थ भाव से यह काम करते रहेंगे। इस नेक पहल में पूरा परिवार मिल-जुलकर काम करता है।”
वहीं आशा बैरागी कहती हैं, “घर के जरुरी काम निपटा करके मैं हर दिन पांच घंटे मास्क बनाने का काम कर रही हूं, जब बाहर से आ रहे मजदूरों की पीड़ा देखती हूँ तो बहुत दुःख होता हैं ऐसे समय मैं हम घर से रह कर हर संभव योगदान करने की कोशिश कर रहे हैं।
इस मुहीम के बारे में बताते हुए रितेंद्र बैरागी कहते हैं कि घर में मम्मी-पापा के इस मुहीम को देखकर हम भाई बहन भी मदद करते हैं। गांव गांव के प्राथमिक स्वस्थ्य केंद्र के डॉक्टर और पुलिस थाना में मैं और पापा शील्ड मास्क देकर आते हैं वहीं मम्मी और बहन घर में मास्क बनाती हैं। बहुत बार हम भी उनका मास्क बनाने में हाथ बंटाते हैं।
कोरोना महामारी के दौरान रायपुर का यह सामान्य परिवार निस्वार्थ भाव से हर संभव योगदान कर रहा हैं. यह मुहीम निश्चित ही सराहनीय हैं।