अरवल्ली (गुजरात)। पिछले महीने हुई बेमौसम बारिश से किसानों की मूंगफली और कपास की फसल तो बर्बाद हुई अब टमाटर की फसल भी बर्बाद होने लगी है। बारिश के बाद टमाटर की फसल को रोग और कीटों ने बर्बाद करना शुरू कर दिया है।
गुजरात के अरवल्ली जिले के किसान सोमाभाई पटेल कहते हैं, “सब्जियों की खेती से अच्छा मुनाफा हो जाता है, हमारे यहां की मिट्टी भी अच्छी है और सिंचाई की भी सुविधा है, हमारे गाँव में 25-30 एकड़ में टमाटर की फसल लगी हुई, लेकिन बारिश से बर्बाद हो गया है।”
बिन मौसम बारिश होने की वजह से जिन किसानों ने टमाटर की फसल लगाई थी और वह फसल आज मुनाफा तो दूर बुवाई का खर्च भी मिलने की संभावना डूब चुकी है। अच्छा दाम ना मिलने की वजह से किसानों ने कपास और मुंगफली को छोड़कर सब्जियों की खेती शुरू की थी, पर दिपावली और महा चक्रवात के चलते हवामान में भारी बदलाव दिखा और गुजरात में कई जगह पर भारी बारिश हुई थी। भारी बारिश के कारण किसानों के खेतों में दो-दो फीट तक पानी भर चुका था, जिसके चलते टमाटर के पौधो भी भारी पानी में डूब चूके और टमाटर के पौधे पूरी तरह से बर्बाद हो गए। टमाटर की फसल में पानी भरने के कारण उसमें कीड़े लग गए, जिसके चलते टमाटर पूरी तरह से सड़ गया और किसानों की उम्मीद पर पानी फिर गया।”
किसानों ने बताया कि इस पूरे इलाके में 25 एकड़ में टमाटर की फसल लगाई थी पर अब नुकसान होने की वजह से जितना खर्च किया था उससे ज्यादा नुकसान उन्हें भुगतना पड़ रहा है। अब उनके टमाटर कोई खरीदने वाला नहीं है क्योंकि टमाटर की हालत दिखने जैसी नहीं रही।
सोमाभाई पटेल आगे कहते हैं, “टमाटर लगाने में हमने जितनी लागत लगाई थी, अब तो मुनाफा तो दूर की बात है लागत भी निकलना मुश्किल लग रहा है। अब टमाटर में कीड़े लगने से हमें उत्पाद मिलने की उम्मीद बिल्कुल नहीं है।”