कोरोना संकट में पानी की कमी से जूझते गाँव, नदी से लाना पड़ता है पानी

Bheem kumarBheem kumar   14 May 2020 12:44 PM GMT

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सोनभद्र (उत्तर प्रदेश)। जब लोग कोरोना के संक्रमण से बचने के लिए घरों में कैद हैं, वहीं फूलमतिया को हर दिन पानी के लिए गाँव के बाहर नदी तक जाना पड़ता है, क्योंकि उनके गाँव के हैंडपंप खराब पड़े हैं।

उत्तर प्रदेश का सोनभद्र जिले में गर्मी आते ही पानी की समस्या बढ़ जाती है। जिला मुख्यालय से लगभग 100 किमी दूर दुद्धी ब्लॉक के मूरता गाँव में वैसे तो कई हैंडपंप लगे हैं, लेकिन गर्मी बढ़ते ही सब पानी देना बंद कर देते हैं। ये हर साल होता है, मजबूरी में लोगों को नदी और चूहड़ का पानी पीना पड़ता है।


फूलमतिया बताती हैं, "हमारे यहां पानी की बहुत समस्या है, चार महीने से हैंडपंप खराब पड़े हैं, थोड़ा बहुत पानी मिल जाता था। गर्मी बढ़ते ही बिल्कुल पानी नहीं आता। अब पानी के बिना काम तो नहीं चल सकता है, इसलिए गाँव से बाहर नदी से पानी लाते हैं।"

गाँव की महिलाएं और बच्चे सुबह-शाम नदी से पानी लाने जाती हैं, गाँव के बाहर कुछ हैंडपंप हैं जहां पर पानी के लिए लाइन लगी रहती है। उनमें भी इतने धीरे पानी आता है कि कई बार चलाने पर थोड़ा बहुत मिल पता है।


ग्रामीण अमृतलाल ने बताया कि पानी के लिए हम सभी बस्ती के लोग तड़प रहे हैं। सचिव असैा प्रधान से कई बार कहा गया पर अभी तक कोई सुविधा नही मिल पाया है। कपड़ा धोने के लिए नदी में सभी को जाना पड़ता है। दूर के हैंडपम्प पर पानी के लिए जाते भी हैं तो वहाँ भी आधे घंटे तक पम्प चलाना पड़ता है तब पानी निकलता है। इसके साथ पशुओं के लिए भी मुसीबत बनी हुई है।

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