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जब उस्ताद की बात सुनकर शहनाई के जादूगर उस्ताद बिस्मिल्लाह ख़ान हुए हैरान

#यतीन्द्र की डायरी

यतीन्द्र की डायरी’ गांव कनेक्शन का साप्ताहिक शो है, जिसमें हिंदी के कवि, संपादक और संगीत के जानकार यतीन्द्र मिश्र संगीत से जुड़े क़िस्से बताते हैं। इस बार के एपिसो़ड में यतीन्द्र ने शहनाई के जादूगर बिस्मिल्लाह ख़ान से जुड़ा बड़ा दिलचस्प क़िस्सा सुनाया।

बात उन दिनों की है जब बिस्मिल्लाह ख़ान साहब शहनाई बजाने की तालीम ले रहे थे। वह अपने उस्ताद और रिश्ते के मामा अलीबक्श ख़ा साहब के साथ एक संगीत कार्यक्रम में हिस्सा लेने ट्रेन से कलकत्ता जा रहे थे। एक स्टेशन पर, उनकी ही ट्रेन, उनके ही डब्बे में उस्ताद अब्दुल करीम ख़ान साहब चढ़े। उनके साथ उनके शिष्य भी थे। आपसी परिचय के बाद, उन सभी में आपस में बातचीत होने लगी। समाज और राजनीति पर चर्चाएं हुई, लेकिन संगीत का ज़िक्र नहीं हुआ।

बाद में, कलकत्ता पहुंच कर बिस्मिल्लाह ख़ान साहब के उस्ताद ने उनसे पूछा कि बताओ कल के कार्यक्रम में अब्दुल क़रीम ख़ान साहब क्या गाएंगे? लेकिन उन्होंने तो इस बात का ज़िक्र छेड़ा ही नहीं था तो फिर बिस्मिल्लाह ख़ान साहब क्या जवाब देते। पर वो ये जानकर हैरान हुए कि उऩके मामा अलीबक्श बिना अब्दुल क़रीम साहब के बताए भी जान गए हैं कि वो अगले दिन क्या गाने वाले हैं।

आख़िर कैसे हुआ है ये मुमकिन? कैसे दूर हुई शहनाई वादक बिस्मिल्लाह ख़ान की हैरानी? जानने के लिए यतीन्द्र की डायरी में सुनिए ये पूरा क़िस्सा। 

ये भी देखें: जब बड़े गुलाम अली खां साहब भूल गए अपना गाना 

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