गांव कनेक्शन सर्वे : 57.4 % ग्रामीणों को भरोसा - कोरोना वैक्सीन से खत्म हो जाएगी महामारी, देश के चार राज्यों में आज से पूर्वाभ्यास शुरू

ग्रामीण भारत के सबसे बड़े मीडिया प्लेटफार्म गाँव कनेक्शन की ओर से कोविड 19 महामारी और कोरोना वैक्सीन को लेकर किए गए रैपिड सर्वे में कई दिलचस्प आंकड़े सामने आये हैं। क्या कोरोना वैक्सीन कोविड-19 महामारी को रोक देगा? क्या कोरोना वैक्सीन को लेकर आपको कोई चिंता है?, जैसे कई सवालों पर ग्रामीण परिवारों ने अपने जवाब दिए। अच्छी खबर यह भी है कि भारत में कोरोना वैक्सीन को लेकर आज से चार राज्यों में पूर्वाभ्यास शुरू होने जा रहा है।

Kushal MishraKushal Mishra   28 Dec 2020 5:59 AM GMT

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गांव कनेक्शन सर्वे : 57.4 % ग्रामीणों को भरोसा - कोरोना वैक्सीन से खत्म हो जाएगी महामारी, देश के चार राज्यों में आज से पूर्वाभ्यास शुरूगाँव कनेक्शन सर्वे में सामने आया कि 57.4 फीसदी ग्रामीण उत्तरदाता मानते हैं कि कोरोना वैक्सीन कोविड-19 महामारी को रोक देगा।

एक ओर अमेरिका, फ्रांस और ब्रिटेन में नागरिकों को कोरोना वैक्सीन लगनी शुरू हो चुकी है, दूसरी ओर भारत में भी कोरोना वैक्सीन को लेकर आज से चार राज्यों में पूर्वाभ्यास शुरू हो गया है।

भारत में अब तक एक करोड़ से ज्यादा लोग कोरोना वायरस की चपेट में आ चुके हैं। ऐसे में ग्रामीण भारत के सबसे बड़े मीडिया प्लेटफार्म गाँव कनेक्शन ने कोरोना वायरस के प्रसार और कोरोना वैक्सीन के प्रति ग्रामीणों के नजरिये के बारे में पता लगाने के लिए 16 राज्यों और एक केंद्र शासित प्रदेश में रैपिड सर्वे कराया।

इस सर्वे में कई दिलचस्प आंकड़े निकल कर सामने आये हैं। एक ओर जहाँ 57.4 फीसदी ग्रामीण परिवारों ने भरोसा जताया है कि कोरोना वैक्सीन कोविड-19 महामारी को रोक देगा, दूसरी ओर सर्वे में यह भी सामने आया कि 50.5 फीसदी ग्रामीण परिवारों ने और देशों में बन रही कोरोना वैक्सीन से इतर भारतीय कंपनियों की कोरोना वैक्सीन पर सबसे ज्यादा भरोसा जताया है।

गाँव कनेक्शन ने एक से दस दिसंबर के बीच 16 राज्यों और एक केंद्र शासित प्रदेश के 60 जिलों के 6040 ग्रामीण उत्तरदाताओं से आमने-सामने बातचीत कर यह रैपिड सर्वे पूरा किया। राज्यों का चयन कोरोना संक्रमण के प्रसार पर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार किया गया। सर्वे का मार्जिन ऑफ एरर 5 फीसदी है और इस सर्वे की विस्तृत रिपोर्ट www.ruraldata.in पर पढ़ सकते हैं।

सवाल : क्या आपको लगता है कि कोरोना वैक्सीन कोविड-19 महामारी को रोक देगा ?

गाँव कनेक्शन सर्वे में इस सवाल के जवाब में 57.4 फीसदी ग्रामीण परिवारों ने कहा कि कोरोना वैक्सीन कोविड-19 महामारी को रोक देगा, जबकि एक चौथाई से ज्यादा करीब 27.1 फीसदी कुछ भी कह पाने में असमर्थ रहे। हालांकि 15.5 फीसदी ग्रामीण परिवारों ने 'नहीं' में जवाब दिया।


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राज्यों में कोरोना प्रसार दर के अनुसार तुलना करें तो गाँव कनेक्शन सर्वे में सामने आया कि जिन राज्यों में कोरोना प्रसार दर मध्यम थी, अन्य राज्यों की तुलना में उन राज्यों में 64.1 फीसदी ग्रामीण परिवारों को भरोसा है कि कोरोना वैक्सीन कोविड-19 महामारी को रोक देगा। यह आंकड़ा कोरोना वायरस के उच्च प्रसार दर वाले राज्यों में 57.1 फीसदी तो कम प्रसार दर वाले राज्यों में 51.6 फीसदी रहा।

सवाल : किस कोरोना वैक्सीन पर आपको ज्यादा विश्वास है ?

गाँव कनेक्शन सर्वे में इस सवाल के जवाब में आधे से ज्यादा ग्रामीण उत्तरदाताओं यानी 50.5 फीसदी ने भारतीय कंपनियों की कोरोना वैक्सीन पर सबसे ज्यादा भरोसा जताया। जबकि 29.3 फीसदी ग्रामीण परिवारों ने कहा कि सरकार द्वारा सिफारिश की कोई भी वैक्सीन और 15.7 फीसदी ने अंतर्राष्ट्रीय कंपनियों की कोरोना वैक्सीन पर भरोसा जताया। इससे इतर 4.5 फीसदी ऐसे भी रहे जिन्हें किसी भी वैक्सीन पर भरोसा नहीं था।

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इससे इतर कोरोना वैक्सीन को लेकर ग्रामीण परिवारों से सर्वे में यह भी सवाल किया गया कि क्या आपको कोरोना वैक्सीन को लेकर किसी तरह की कोई चिंता है?

इस सवाल के जवाब में सबसे ज्यादा 32.5 फीसदी ग्रामीण उत्तरदाताओं का मानना है कि कोरोना वैक्सीन के लगाने पर स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है, जबकि करीब एक चौथाई यानी 24.6 फीसदी ग्रामीण उत्तरदाता ऐसे भी रहे जिन्होंने कोरोना वैक्सीन के कालाबाजारी होने की चिंता थी। दूसरी ओर 22.4 फीसदी का मानना था कि कोरोना वैक्सीन के वितरण में आम जनता प्राथमिकता में नहीं होगी, जबकि 18.3 फीसदी ने इसे कंपनियों द्वारा पैसा कमाने का जरिया बताया तो 12.6 फीसदी ने कोविड 19 महामारी को रोक पाने में कोरोना वैक्सीन को प्रभावी नहीं बताया। इन सबके बीच 28.7 फीसदी ग्रामीण उत्तरदाता ऐसे भी रहे जिन्होंने कहा कि उन्हें कोरोना वैक्सीन को लेकर किसी तरह की कोई चिंता नहीं है।


गाँव कनेक्शन सर्वे के निष्कर्षों में जहाँ ग्रामीण भारत के लोग भी कोरोना वैक्सीन का बेसब्री से इंतजार करते नजर आ रहे हैं, वहीं अच्छी खबर यह है कि अमेरिका, ब्रिटेन और फ्रांस के बाद जल्द ही भारत में कोरोना वैक्सीन लगनी शुरू हो सकती है। भारत सरकार की ओर से 28 और 29 दिसंबर को कोरोना वैक्सीन को लेकर पूर्वाभ्यास किया जाना है।

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार भारत में कोरोना वैक्सीन को लेकर टीकाकरण का यह पूर्वाभ्यास चार राज्यों गुजरात, आंध्र प्रदेश, पंजाब और असम में दो दिनों के लिए होगा। इस पूर्वाभ्यास पर केंद्र सरकार की करीब से नजर रहेगी। इसमें शामिल होने वाले 2,360 लोगों को राष्ट्रीय स्तर पर प्रशिक्षण दिया गया है।

रिपोर्ट के अनुसार यह पूर्वाभ्यास चारों राज्यों के दो-दो जिलों में किया जाएगा और इसके चार मुख्य चरण होंगे। पहले चरण में जहाँ हर जिले के नजदीकी डिपो तक 100 लाभार्थियों के लिए डमी वैक्सीन पहुंचाई जायेगी तो दूसरे चरण में डिपो से लेकर टीकाकरण किये जाने की जगह तक वैक्सीन को ले जाने पर तापमान को ट्रैक किया जाना है। तीसरे चरण में वैक्सीन के लाभार्थियों को टीकाकरण से पहले एसएमएस भेजने की प्रक्रिया रहेगी जिसमें टीका लगवाने वाले का नाम और टीकाकरण की जगह को बताया जाएगा जबकि पूर्वाभ्यास के चौथे चरण में टीका लगवाने के बाद लाभार्थी को आधे घंटे तक उसी स्थान पर रोका जाएगा और उस पर नजर रखी जायेगी। इस पूरे पूर्वाभ्यास के दौरान केंद्र सरकार की नजर रहेगी।

कोरोना वैक्सीन को लेकर ड्राई रन यानी पूर्वाभ्यास कर रहे चार राज्यों में पंजाब भी शामिल है। पूर्वाभ्यास के पहले दिन में पंजाब के नवांशहर और लुधियाना जिलों में स्वास्थ्य कर्मचारियों के साथ पूर्वाभ्यास पूरा किया गया। इसके बाद पंजाब के स्वास्थ्य मंत्री बलबीर सिंह सिद्धू ने कहा कि हमें अच्छा रिस्पांस मिला है। अभी हमारे पास करीब 1.5 लाख स्वास्थ्य कर्मियों का डाटा है जो सरकार के पोर्टल पर अपलोड किया जाएगा। इन स्वास्थ्य कर्मियों को टीकाकरण में प्राथमिकता मिलेगी।

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