गेहूं उगाने की नई विधि से मिली पहचान

  • Whatsapp
  • Telegram
  • Linkedin
  • koo
  • Whatsapp
  • Telegram
  • Linkedin
  • koo
  • Whatsapp
  • Telegram
  • Linkedin
  • koo
गेहूं उगाने की नई विधि से मिली पहचानgaoconnection

नरसिंहपुर (मध्यप्रदेश )। खेती को ही आय का साधन मानने वाले नरेन्द्र सिंह पटेल का जब लगातार उत्पादन घटता रहा तो उन्होंने खेती की नई तरकीब निकाली। मध्यप्रदेश के नरसिंहपुर जिले से लगभग 45 किमी दूर तरकबेल गाँव के रहने वाले नारायण सिंह पटेल को हाल ही में दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सम्मनित किया था। 

गन्ने और सोयाबीन की बड़े स्तर पर खेती करने वाले नारायण पटेल (50 वर्ष) बताते हैं,   “मैंने जब देखा कि गेहूं का उत्पादन कम हो रहा है तो एक ऐसी तकनीक निकाली जिससे किसानों को सवा गुना उत्पादन ज्यादा होता है। इसमें जैविक खेती का फार्मूला ज्यादा इस्तेमाल किया जाता है।” नारायण सिंह पटेल एक फेसबुक ग्रुप से भी जुड़े हैं जिसमें 13000 किसान जुड़े हैं और 250 से 300 विदेशी किसान भी हैं। वो बताते हैं, इस ग्रुप में किसान अपनी नई तकनीक और सलाह साझा करते हैं, इसमें 11 एडमिन हैं।

नारायण सिंह पटेल गेहूं की पट्टा पद्धति के बारे में बताते हुए कहते हैं,  “इसमें दो बार जुताई कर खरीफ फसल के अवशेष को मिट्टी में मिला देना चाहिए। उर्वरकों का उपयोग मिट्टी परीक्षण के आधार पर करना चाहिए।”

पट्टा पद्धति किसानों के लिए कैसे फायदेमंद हैं, इसके बारे नारायण सिंह बताते हैं, “पट्टा पद्धति से बौनी सामान्य पद्धति की अपेक्षा सवा गुना ज्यादा उत्पादन देती है। इस पद्धति में बीज दूर दूर गिरते हैं, जिससे अंकुरण अच्छा होता है। पौधे मजबूत और स्वस्थ बनते हैं। 

दो पट्टों के बीच एक फुट का अंतराल होने से प्रकाश एवं वायु का संचार पौधे की निचली पत्तियों तक होता है जिससे प्रकाश संश्लेषण की क्रिया उत्तम प्रकार से होती है।” वो आगे बताते हैं, “फसल गिरती नहीं है, बालियों की लम्बाई अधिकतम होती है और दाने पूर्णरूप से भरे हुए होते हैं। 18 से 21 दिन के अंतराल पर सिंचाई करनी चाहिए। पहली, दूसरी एवं तीसरी सिंचाई में 35 किलोग्राम प्रति सिंचाई यूरिया का प्रयोग करें।” 

आटा मिलों की मांग बढ़ने से गेहूं में उछाल    

नई दिल्ली (भाषा)।  आटा मिलों का उठाव बढ़ने से दिल्ली थोक अनाज बाजार में गेहूं में 25 रुपए कुंतल की तेजी दर्ज की गई।  औद्योगिक मांग बढ़ने से बाजरा में भी तेजी का रुख रहा।बाजार सूत्रों के अनुसार उत्पादक क्षेत्रों से सीमित आपूर्ति के बीच आटा मिलों का उठाव बढ़ने से थोक बाजार में गेहूं में तेजी आई।

गेहूं दडा फ्लोर मिल के भाव 25 रुपए की तेजी के साथ 1685, 1690 रुपए और गेहूं देसी के भाव 25 रुपए चढ़कर 2225, 2575 रुपए क्विंटल बंद हुए। आटा चक्की डिलीवरी के भाव 25 रुपए की तेजी के साथ 1690, 1695 रुपए प्रति 90 किलो बंद हुए। 

आटा फ्लोर मिल के भाव 860, 870 रुपए से बढ़कर 865, 870 रुपए प्रति 50 किलो बंद हुए। बाजरा के भाव 10 रुपए की तेजी के साथ 1620, 1625 रुपए क्विंटल बंद हुए।

 

Next Story

More Stories


© 2019 All rights reserved.