गर्भवती और अतिकुपोषित बच्चों के लिए ‘हौसला’

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गर्भवती और अतिकुपोषित बच्चों के लिए ‘हौसला’हौसला पोषण योजना,गर्भवती और अतिकुपोषित बच्चे

कन्नौज। यूपी के कन्नौज समेत सात जिलों में हौसला पोषण योजना की शुरुआत शुक्रवार से हो गई। इस योजना के तहत गर्भवती महिलाओं और अतिकुपोषित बच्चों को लाभ मिलेगा। रविवार को छोड़कर उनको आंगनबाड़ी केंद्रों पर मिड डे-मील योजना के तहत भोजन, फल, दूध या दही आदि दिया जाएगा। आयरन की गोलियां भी देने के आदेश हुए हैं। कन्नौज जिले में कुल 18399 गर्भवती महिलाएं और 3044 अति कुपोषित बच्चे हैं।

कन्नौज में योजना की शुुरुआत और माॅनीटरिंग के लिए 91 सेक्टर अफसर लगाए गए थे। इनको करीब ग्रामीण क्षेत्रों के 1400 आंगनबाड़ी केंद्रों की जिम्मेदारी दी गई। अफसरों ने केंद्रों पर उत्तर प्रदेश सरकार की हौसला पोषण योजना की शुरुआत कराई। माॅनीटरिंग के लिए सुपरवाइजर और सीडीपीओ भी लगी रहीं।

जिला पंचायत अध्यक्ष शिल्पी कटियार के प्रतिनिधि संजू कटियार ने ग्राम पंचायत मित्रसेनपुर, नगर पंचायत तिर्वा चेयरमैन विनोद गुप्त ने अहेर, खैरनगर में जिला पंचायत सदस्य संतोश यादव, पट्टी पवोरा में प्रधान ने योजना की शुरुआत अपने हाथों से अतिकुपोषित बच्चों को तहरी खिलाकर की। साथ में दूध या कहीं-कहीं दही और मौसमी फल का वितरण भी किया गया। 

अतिकुपोिषत बच्चों को मिलेगा योजना का लाभ

डीएसडब्ल्यूओ शैलेंद्र कुमार गौतम ने उमर्दा ब्लाॅक क्षेत्र के खैरनगर, सिंहपुर, हिसामुद्दीनपुर, हरेईपुर आदि ग्राम पंचायतों में पहुंचकर योजना की शुरुआत की। खैरनगर में उन्होंने कहा कि रविवार को छोड़कर सभी दिनों में गर्भवती महिलाओं और अतिकुपोिषत बच्चों को मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की इस योजना का लाभ दिया जाएगा। जिला पंचायत सदस्य ने कहा कि गर्भवती महिलाएं समय से केंद्रों पर आएं, ताकि उनको लाभ दिया जा सके। डीएमडब्ल्यूओ पवन सिंह ने मित्रसेनपुर और तेरामल्लू में योजना को अमलीजामा पहनाया। डीएमडब्ल्यूओ ने बताया कि जिले में गर्भवती महिलाओं की संख्या 18399 और अतिकुपोषित बच्चों की संख्य 3044 है जिससे इनको लाभ मिलेगा।

योजना से जुड़े जरूरी तथ्य

  • गर्भावस्था के दौरान 2600 कैलोरी और 82 ग्राम प्रोटीन की आवश्यकता पड़ती है।
  • पोषाहार और गर्म भोजन और फल गर्भावस्था के दौरान 56 फीसदी ऊर्जा और 57 प्रतिशत प्रोटीन की पूर्ति करेगा।
  • गर्भवती महिलाओं को भोजन कराने के बाद एक लाल आयरन की गोली खिलाई जाएगी।  
  • बुधवार, गुरुवार और शुक्रवार को दही या दही देने के लिए दुग्ध विकास विभाग पीसीडीएफ द्वारा मिल्क पाउडर आंगनबाड़ी केंद्रों पर आपूर्ति करेगा।
  • भोजन पकवाने का दायित्व प्रधान को होगा। बैंक खाता प्रधान और आंगनबाड़ी कार्यकत्री के संयुक्त हस्ताक्षर से संचालित होगा।
  • प्रति लाभार्थी के हिसाब से लेवर चार्ज दो रुपए के हिसाब से मिलेगा।
  • बर्तनों की खरीद के लिए कार्यकत्री को 1500 रुपए मिलेंगे।

 

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