होली पर मीठा खाएं, पर रहें सतर्क

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होली पर मीठा खाएं, पर रहें सतर्कGaon Connection

लखनऊ। होली के त्यौहार पर बज़ारों में तरह-तरह की मिठाइयां दुकानों में सज गई हैं। मिठाइयों के शौकीन लोगों के लिए एक ज़रूरी बात। होली के दौरान शहर में खाद्य समग्री में बहुत ज्यादा मात्रा में मिलावट हो रही है, उससे बचने के लिए आप को खुद मेहनत करनी पड़ेगी। मिलावट खोरी से बचने के लिए आप को कुछ उपचार बताए जा रहे हैं। 

खाद्य अपमिश्रण एक अपराध है। यह खाद्य अपमिश्रण अधिनियम एक्ट 1954 सस्था द्वारा 1957 में घोषित किया गया। इस अधिनियम के अन्तर्गत किसी भी व्यापारी विक्रेता को अपराधी पाये जाने पर कम से कम 6 महीने की जेल हो सकती है। चूंकि खाद्य पदार्था में मिलावट मानव स्वास्थ्य से संबधित है, सभी लोगों को इसके प्रति जागरुक होना चाहिए। 

खाद सुरक्षा अविधिक अधिकारी धरम राज मिश्र बताते है, ‘’जनता को जागरुक करने के लिए जगह-जगह कैम्प लगाए गए हैं। विभाग तैयारी कर तरह ही साथ ही छापेमारी भी कर रहा है अगर कोई शिकायत करेगा तो उस पर तुरन्त कारवाई होगी। विभाग पूरी तरह सक्रिय है। जनता जागरुक होगी तो उसको फायदा मिलेगा। होली में जागरुक अभियान चलाया जाएगा।

खाद्य पदार्थों में मिलावट की जाँच करना बहुत ही आसान है। इसकी जांच के सरल व घरेलू तरीके हैं,जिससे कोई भी उपभोक्ता आसानी से खाद्य पदार्थों में मिलावट को जांचने के लिए इस्तेमाल कर सकता है।

दूध

पानी लैक्टोमीटर द्वारा सापेक्षिक घनत्व को ज्ञात करके दूध की शुद्घजा की जाँच की जा सकती है। शुद्घ दूध का सापेझित घनत्व 1.030 से 1.034 तक होना चाहिए । 

मक्खन-घी

हाइड्रक्लोरिक अम्ल 10 सी.सी. तथा एक चम्चच चीनी मिलायें तथा इस मिश्रण में 10 सी.सी.घी या मक्खन मिलायें। इसे अच्छी तरह हिलायें यदि मिलावट होगी। तो मिश्रण का रंग लाल हो जाएगा।

इन खाद्य पदार्थों की एेसे करें जांच

मावा मिलावट की जाँच

होली में गुझिया बनाने के लिए मावा की बाजार सज गई है। स्टार्च मावा में स्टार्च की उपस्थिति को जांचने के लिए इसकी थोड़ी मात्रा में पानी मिलाकर इस मिश्रण को उबालें। फिर इसमें आयोडीन की कुछ बूंदे डालें। यदि नीले रंग की परत दिखें, तो साफ है कि उसमें स्टार्च मौजूद है।

सरसों की जाँच

आर्जीमोन सरसों के बीच चिकने होते है। आर्जीमोन के बीच की सतह खुरदरी होती है तथा ये काले रंग के होते हैं इसलिए इस तरह का फर्क करके आसानी से दोनों बीजों को अलग-अलग किया जा सकता है। 

केसर की जाँच

असली और नकली कें सर की पहचान आसानी से की जा सकती है। मकई के टुकड़े को सुखाकर, इसमें चीनी मिलाकर कोलतार डाई से बनाया जाने वाला नकली केसर पानी में डालने के बाद

झाग छोडऩे लगता है। असली केसर को पानी में घंटों रख देने पर भी कोई फर्क नहीं पड़ता।

 

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