इस गाँव में शराब पीने पर लगता है जुर्माना, डीजे पर भी है प्रतिबंध

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इस गाँव में शराब पीने पर लगता है जुर्माना, डीजे पर भी है प्रतिबंधGaon Connection

अमित शुक्ला 

कैथल (हरियाणा) हरियाणा के कैथल ज़िले के एक गाँव ने एक ऐसी मिसाल कायम की हुई है जिससे पूरा देश सबक ले सकता है। कैथल जिले के गुलियाना गाँव में सालों से शराब पर पूरी तरह प्रतिबंध लगा हुआ है। यहां न तो कोई गाँव में शराब बेच सकता है और न ही पी सकता है और अगर कोई गाँव में शराब बेचता पकड़ा जाए या फिर शराब पीता हुआ पकड़ा जाए तो उस पर जुर्माने का भी प्रावधान है।

दिल्ली से महज 136 किलोमीटर की दूरी पर हरियाणा के गुलियाना गाँव में आज भी पब्लिक ट्रांसपोर्ट के नाम पर यहां लोग बैलगाड़ी का इस्तेमाल करते हैं। गाँव के सरपंच राजेंद्र ने बताया कि उनके गाँव में

शराब पूरी तरह प्रतिबंधित है। गाँव के भीतर शराब पर ये प्रतिबंध साल 1993 से चला आ रहा है। दो फरवरी 1993 में पहली बार ग्राम सभा और युवा विकास मंडल के लोगों ने मिलकर ये फैसला लिया था कि गाँव में शराब नहीं बिकेगी और न ही गांव का कोई व्यक्ति शराब पिएगा। राजेंद्र बताते हैं कि इन दो दशकों में तमाम दिक्कतें आईं लेकिन फिर भी गाँव में शराब बंदी कायम रही। हालांकि इस दौरान कई साल तक गांव में इस फैसले को सख्ती से लागू नहीं किया जा सका। पिछले कुछ सालों से इस फैसले का सख्ती से पालन किया जा रहा है। इस फैसले को हर साल पंचायत की ओर से नवीनीकरण कराया जाता है।

ग्राम सभा के सदस्य राजपाल बताते हैं कि इस बार गाँव में डीजे पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया है। लोग डीजे पर बेसुध होकर डांस करते हैं। शादी समारोह में बाहर के लोग भी शराब पीकर आ जाते हैं फिर डीजे पर हुडदंग होता है। इसलिए अब गाँव में शराब के साथ-साथ डीजे पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया है।

गाँव के पूर्व सरपंच ईश्वर का कहना है कि गाँव के सभी लोग मिलकर इस फैसले पर कड़ाई से अमल करते हैं। हमने सरकार से भी गुहार लगाई है कि वो इस गाँव में शराब का ठेका आवंटित ना करें। अगर सरकार किसी को शराब का ठेका आवंटित भी करती है तो गाँव का कोई भी शख्स शराब ठेके लिए अपनी जमीन ही नहीं देगा। गाँव की महिलाएं भी शराब बंदी के इस फैसले से काफी खुश रहती हैं। महिलाओं का कहना है कि इससे उनके घर में कभी भी कम से कम शराब की वजह से पति-पत्नी का झगड़ा नहीं होता है। गाँव के नौजवान ज्यादातर ध्यान खेल और पढ़ाई में लगाते हैं। शायद यही वजह है‍ कि गाँव के युवाओं को ना सिर्फ सरकारी नौकरियों में जगह मिल रही है बल्कि सेना की भर्ती में भी उनका खूब चयन हो रहा है। पिछले चार साल में करीब 70 से ज्यादा युवाओं का चयन सेना, बीएसएफ और आईटीबीपी में हो चुका है। 500 से ज्यादा युवा सरकारी नौकरी में हैं। शायद यही वजह है कि गाँव में 36 बिरादरी का आपसी भाईचारा है। गाँव में साफ सफाई है। किसी का किसी से कोई झगड़ा नहीं है। क्राइम का ग्राफ न के बराबर है।

गाँव में ठेका लेने की हिम्मत नहीं जुटाते शराब ठेकेदार

गाँव के बुजुर्ग बताते हैं कि करीब चार साल पहले होली से ठीक दो दिन पहले गाँव के बाहर शराब का एक ट्रक पलट गया था। तब लोगों ने मुफ्त की शराब लूटकर खूब शराब पी थी और रातभर हुड़दंग मचाया था। ये घटना गाँव में एक मुद्दा बन गया था। तब से शराब बंदी के इस फैसले को और सख्त कर दिया गया। जब गाँव में शराब बंदी को लेकर बहुत सख्ती नहीं थी तब गाँव में सब ठेके के अलावा दस खुर्दे शराब के खुले हुए थे। चार खुर्दे वालों को ग्यारह हजार रुपए दंड लगाया। इसके बाद ठेकेदार ने दो बार गाँव में शराब सप्लाई करने की कोशिश की। पहली बार 21 हजार रुपए का जुर्माना लगाया गया। जबकि दूसरी बार 51 हजार रुपए और भरी पंचायत में माफी मांगी। पकड़ी गई शराब को नालियों में बहा दिया जाता है। ऐसे में अब कोई भी ठेकेदार गुलियाना गाँव की पांच किलोमीटर की सीमा में शराब का ठेका लेने की हिम्मत भी नहीं करता।

शराब बेचने और पीने वालों पर है जुर्माने का प्रावधान

गाँव की पंचायत ने शराब बंदी के फैसले पर सख्ती से पालन करने के लिए शराब बेचने और पीने वालों पर जुर्माने का प्रावधान किया है। जुर्माने का ये प्रावधान साल 1993 से ही है। लेकिन, अब जुर्माने की रकम बढ़ा दी गई है। शराब बेचते हुए पकड़े जाने पर पहली बार 11 हजार रुपए का जुर्माना लगता है। दूसरी बार पकड़े जाने पर 51 हजार रुपए का जुर्माना है। तीसरी बार पकड़े जाने पर 51 हजार रुपए जुर्माने के साथ उसका सार्वजनिक तौर पर जुलूस भी निकाला जाएगा और गाँव की सफाई कराई जाएगी। वहीं पहली बार शराब पीकर हुडदंग करने पर 2500 रुपए का जुर्माना। दोबारा पकड़े जाने पर 5000 हजार रुपए का जुर्माना और तीसरी बार पकड़े जाने पर पूरे गांव से सार्वजनिक माफी और गाँव की सफाई का प्रावधान है। इसके अलावा शराब की तस्करी को रोकने के लिए शराब की सप्लाई की जानकारी देने वाले को इनाम दिए जाने का भी प्रावधान किया गया है।  

 

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