जानिए मोदी ने क्यों गिनाए नीम कोटेड यूरिया के फायदे

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जानिए मोदी ने क्यों गिनाए नीम कोटेड यूरिया के फायदेgaonconnection

लखनऊ। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को गोरखपुर में खाद कारखाने का उद्धघाटन करते हुए किसानों को संबोधित किया और नीम कोटेड यूरिया के कई फायदे बताए। प्रधानमंत्री ने कहा इसके इस्तेमाल के बाद जहां एक ओर यूरिया की कालाबाजारी कम हुई है वहीं अब यूरिया का उपयोग गैर कृषि कार्यों में नहीं हो सकेगा।

खेती में रासायनिक उवर्रकों से भले ही उत्पादन बढ़ता है लेकिन इसका नुकसान फसलों पर दिखता है और इसी को रोकने के लिए सरकार ने मई 2015 में संपूर्ण यूरिया उत्पादन को नीम कोटेड यूरिया बनाना अनिवार्य कर दिया था।

भारत किसी न किसी रूप में सदियों से नीम का इस्तेमाल कर रहा है। नीम चढ़े यूरिया के माध्यम से नाइट्रोजन की उपयोगिता बढ़ाकर यूरिया की खपत में कमी की जा सकती है। भारत सरकार की यूरिया नीति 2015 का उद्देश्य देसी यूरिया उत्पादन को बढ़ावा देना और वर्तमान संयंत्रों की ऊर्जा सक्षमता को प्रोत्साहित करना है। इस नीति के कारण पिछले वर्ष की तुलना में 20 लाख मिट्रिक टन का अतिरिक्त उत्पादन हुआ है और 2015-16 में देश में 245 लाख मिट्रिक टन यूरिया का उत्पादन हुआ।

नीम कोटेड यूरिया के फायदे के बारे में बायोटेक पार्क लखनऊ के कृषि वैज्ञानिक आरपी शर्मा बताते हैं, ''खेतों में रासयनिक खादों के लगातार इस्तेमाल से जमीन के नीचे नाइट्रोजन की एक लेयर बन जाती है जो फसल मिट्टी में मौजूद पोषक तत्वों को अवशोषित नहीं कर सकता लेकिन नीम कोटेड यूरिया के इस्तेमाल से नाइट्रोजन लेयर नहीं बन पाती। इसलिए भूमि के स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद है।

क्या है नीम कोटेड यूरिया

यूरिया के ऊपर नीम के तेल का लेप कर दिया जाता है। ये लेप नाइट्रीफिकेशन अवरोधी के रूप में काम करता है। नीम लेपित युरिया धीमी गति से प्रसारित होता है जिसके कारण फसलों की आवश्यकता के अनुरूप नाइट्रोजन पोशक तत्व की उपलब्धता होती है और फसल उत्पादन में भी वृद्धि होती है। ये सामान्य युरिया से 5 से 10 प्रतिशत तक कम लगता है, जिससे यूरिया की बचत होती है।

नीम कोटेड यूरिया की दस खास बातें

  1. कृषि लागत में कमी
  2. कृषकों की आय में वृद्धि
  3. 5 से 10 प्रतिशत तक यूरिया की बचत
  4. 10-15 प्रतिशत तक उपज में वृद्धि
  5. यूरिया का आयात कम होगा
  6. नाइट्रोजन के धीरे धीरे निकलने के कारण मृदा उर्वरा को मदद मिलती है।
  7. यूरिया की सब्सिडी की बचत होगी।
  8. नीम लेपित यूरिया का संतुलित इस्तेमाल
  9. यूरिया के औद्योगिक इस्तेमाल पर अंकुश लगेगा
  10. पर्यावरण अनुकूल होगा।

 

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