कब सुधरेंगे प्राथमिक स्कूलों के शौचालय

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कब सुधरेंगे प्राथमिक स्कूलों के शौचालय

लालगंज (रायबरेली)। एक ओर जहां हर वर्ष सरकार प्राथमिक विद्यालयों की साफ-सफाई व शौचालय निर्माण के लिए लाखों रुपए खर्च करती है, वहीं दूसरी तरफ  इन शौचालयों की बदहाल ज़मीनी हालत किसी से छिपी नहीं है।

जिला मुख्यालय से लगभग 40 किमी दूर सरॉय मिश्रन के प्राथमिक विद्यालय में कक्षा पांच में पढऩे वाली कोमल (12 वर्ष) स्कूल में शौचालय का प्रयोग नहीं करती है। अपनी परेशानियां बताते हुए वो बताती है, "जब हमे स्कूल में शौच के लिए जाना होता है, तो स्कूल की पढ़ाई को छोड़कर खेतो में शौच के लिए जाते हैं। स्कूल में बने शौचालय में हर समय ताला ही लटकता दिखाई देता हैै। मैडम कहती हैं कि शौचालय में कोई नहीं जाएगा वह बहुत ही गंदा है बाहर जाओ।"

रायबरेली जिले में गाँव सरॉय मिश्रन के प्राथमिक विद्यालय के साथ सैम्बसी, निहस्था और पूरे शेर सिंह का पुरवा के प्राथमिक विद्यालयों में बने शौचालयों का भी ये ही हाल है। उत्तर प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में बने प्राथमिक स्कूलों में अधिकाशत: यही हाल देखने को मिलता हैै कि शौचालय तो बन गए है, लेकिन इस्तेमाल करने के लायक नहीं है, क्योंकि कही पर शौचालयों में गंदगी भरी हुई है तो कहीं पर गंदगी न हो इसलिए शौचालयों में ताला पड़ा रहता हैै।

प्राथमिक विद्यालय, सरॉय मिश्रन की सहायक अध्यापिका राजकुमारी (35 वर्ष) बताती हैं, "स्कूल में शौचालय बना हुआ है पर शौचालय में पानी की भी कोई व्यवस्था नहीं है। इसलिए शौचालय को बंद ही रखते हैं।"

केन्द्र सरकार ने दो अक्टूबर 2014 को स्वच्छ भारत अभियान शुुरू करने के बाद देश के प्रत्येक स्कूलों में छात्राओं के लिए अलग से शौचालय का निर्माण कराया जाना था, जिससे उनकी पढ़ाई में काई परेशानी न आ सके। लेकिन सरकारी स्कूल के शौचालयों की इस दशा से स्कूली छात्रों को शौचालय जाने में परेशानी हो रही हैं।

रायबरेली जिले के ही प्राथमिक विद्यालय सैम्बसी में पिछले छह माह से शौचालय में गंदगी भरी हुई है, जिससे उसमें ताला ही लगा रहता है, जिसकी तरफ  कोई देखने वाला नहीं है। विद्यालय की सहायक अध्यापिका सीमा (27 वर्ष) बताती हैं, "विद्यालय में शौचालय की सफाई करने के लिए कोई सफाईकर्मी भी नहीं आता है, इसी कारण व्यवस्था थोड़ी खराब है। शौचालय की साफ- सफाई कराई गई थी, लेकिन स्थानीय लोगों ने इसका इस्तेमाल करना शुरू कर दिया, जिसने हालात को गम्भीर कर दिया है।"

स्कूलों में साफ-सफाई व्यवस्था को लेकर लालगंज खण्ड शिक्षा अधिकारी रामललित बताते है, "स्कूलों में शौचालय की मरम्मत और जहां पर शौचालय नहीं बने हुए हैं, वहां पर शाासन की तरफ  से अगस्त माह में ही शौचालय बनवाने का आदेश था। 98 फीसदी तक स्कूलों में शौचालय निर्माण कार्य सम्पन्न हो चुका है। बच्चों को शौचालय में ही शौच के लिए जाने के लिए जागरूक कराना वहां के अध्यापकों का काम है।"

रिपोर्टर- अनुराग  त्रिवेदी

 

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