ख़ूनी खदानें: बेलगाम जारी अवैध खनन
गाँव कनेक्शन 29 May 2016 5:30 AM GMT

गौरहारी (महोबा)। शुक्रवार को महोबा के तहसील चरखारी के गौरहारी गाँव में चट्टान खिसकने से दब कर मरने वाले मजदूरों की संख्या बढ़कर पांच हो गई है। शनिवार सुबह खदान से पांचवा शव निकाला गया। घटना के बाद जिले के खनन अधिकारी को निलंबित कर दिया गया।
हालांकि प्रशासन पर इस तथ्य को लेकर सवाल उठ रहे हैं कि सालों पहले बंद कर दी गई एक खदान में खनन होता रहा और इसके बारे में क्षेत्र से सम्बन्धित पुलिस क्षेत्राधिकारी, थानाध्यक्ष चरखारी और न ही उपजिलाधिकारी व स्थानीय स्तर के राजस्व कर्मचारियों को कोई जानकारी नहीं थी। इसी खदान में अब तक 40 लोगों की जान जा चुकी है।
बकौल निलंबित खनिज अधिकारी बीपी यादव, खनिज विभाग इस खदान को बंद करने की सूचना वर्ष 2012 में ही जिला प्रशासन को दे चुका था। विभाग ने प्रशासन को सौंपी सूचना में कहा था कि खदान की मियाद पूरी हो चुकी है।प्रशासन ने सभी शवों का आनन-फानन में पोस्टमार्टम करवाकर भारी पुलिस बल के बीच अन्तिम संस्कार करवा दिया। घटना की जांच के लिए प्रदेश सरकार ने पांच सदस्यीय टीम घटना स्थल पर भेजी है।
मजदूरों की मौत के लिए सरकार जिम्मेदार: भाजपा
लखनऊ (भाषा)। भारतीय जनता पार्टी ने महोबा में अवैध खनन के चलते मजदूरों की मौत के लिए उत्तर प्रदेश की सपा सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए शनिवार को कहा कि खनन घोटाले के आरोपी मंत्री गायत्री प्रजापति के खिलाफ सरकार ने अब तक कोई कार्रवाई नहीं की। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘कल महोबा में अवैध खनन के चलते हुई मजदूरों की मौत के लिए सरकार जिम्मेदार है। चरखारी कोतवाली के तहत गौरा पत्थर खदान का खनन पट्टा दो वर्ष पूर्व समाप्त हो चुका था तो यह बडा सवाल है कि आखिर खनन कैसे हो रहा था।'' मौर्य ने कहा, ‘‘खनन घोटाले के आरोपी मंत्री गायत्री प्रजापति के खिलाफ सरकार ने अब तक कोई कार्रवाई नहीं की।'' उन्होंने आरोप लगाया कि पूरे प्रदेश में खनिज माफियाओं का खनिज लूट का खेल सरकार के संरक्षण में चल रहा है।
पहाड़ विस्फोट में एक और मौत, एफआईआर लिखने से इंकार
महोबा। चरखारी के गौरहारी गाँव में हुए हादसे को 24 घण्टे भी पूरे नहीं हुए कि महोबा के कबरई में पहाड़ में हुए विस्फोट से राहगीर की मौत हो गई। अब पुलिस पीिड़त पक्ष की रिपोर्ट लिखने को भी तैयार नहीं। वहीं खनन माफिया परिवार पर मामले को सुलटाने का दबाव बना रहे हैं। कबरई थाना क्षेत्र के बीला उत्तर गाँव निवासी आत्माराम पहाड़ के पास से निकली सड़क से जाते हुए पानी पीने के लिए हैण्डपम्प पर रुका था। इसी दौरान वो पहाड़ पर हुए विस्फोट से उड़कर आए पत्थरों की चपेट में आ गया। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक वो दम तोड़ने से पहले बस अपने परिवार का पता बता पाया था। हादसे के बाद से ही खनन माफिया मृतक के भाई पर सुलह का दबाव डाल रहे हैं। थानाध्यक्ष के एफआईआर दर्ज करने से इंकार के बाद से ही मृतक का भाई कबरई थाने पर धरने पर बैठा हुआ है। वहीं थानाध्यक्ष अमित भडाना कहते हैं कि इस प्रकार की घटना की सूचना थाने पर नहीं आयी है यदि आती है तो रिपोर्ट लिखकर सम्भावित कार्रवाई की जायेगी।
रिपोर्टर - पंकज परिहार
More Stories