कारगिल के साथ मिलकर हेफ़र इन्टरनेशनल ‘हैचिंग होप परियोजना’ के ज़रिए पोल्ट्री उत्पादन, बाज़ार की उपलब्धता और खपत को बढ़ाएंगे। साथ ही उनका मकसद साल 2023 तक 100 मिलियन लोगों के पोषण और उनकी आर्थिक आजीविका में सुधार लाना भी है। इस पहल से महिलाओं और छोटे किसानों को जोड़कर उनको सशक्त बनाने का भी लक्ष्य है।
हैचिंग होप परियोजना ओडिशा और आंध्र प्रदेश राज्यों चल रही है, इसे यहाँ 2018 में लॉन्च किया गया था। इस पहल में 30,000 छोटे किसान जुड़े हुए हैं।
“कारगिल और हेफ़र इन्टरनेशनल बैकयार्ड मुर्गी पालन के माध्यम से पोषण और आजीविका जैसी महत्वपूर्ण चुनौतियों का समाधान कर रहे हैं। प्रोटीन और आवश्यक पोषक तत्वों से भरपूर अंडे एक शक्तिशाली समाधान है। ओडिशा में छोटे किसानों को बैकयार्ड मुर्गी पालन के लिए ज़रूरी जानकारी उपलब्ध कराके न केवल हम उन्हें बेहतर पोषण उपलब्ध करा रहे हैं, बल्कि रोज़गार के अवसर भी उपलब्ध कराए जा रहे हैं।” कारगिल में एशिया प्रशांत की क्षेत्रीय निदेशक- कॉर्पोरेट ज़िम्मेदारी और सतत विकास, दीपान्विता ने कहा।
हेफ़र इंडिया की कंट्री डायरेक्टर रीना सोनी कहती हैं, “हेफ़र इन्टरनेशनल में, हमारा मिशन पृथ्वी की देखभाल करते हुए भूख और गरीबी को ख़त्म करना है। हैचिंग होप ग्लोबल इनिशिएटिव हमारे आदर्शों के साथ खूबसूरती से मेल खाता है।” उन्होंने आगे कहा, “हमारा दृढ़ विश्वास है कि महिलाओं में निवेश न केवल उनके भविष्य में बल्कि हमारे समुदायों के भविष्य में भी निवेश है।”
विश्व अंडा दिवस के मौके पर देश के मशहूर सैंड आर्टिस्ट सुदर्शन पटनायक ने समुंदर के किनारे रेत पर इसी थीम पर मूर्ति बनायी है।
हेफर इंडिया के वरिष्ठ परियोजना निदेशक प्रमाकरण राजरथिनम ने कहा कि हम ओडिशा सामाजिक-आर्थिक आजीविका विकास परियोजना (ओएसईडी) बकरी मूल्य श्रृंखला परियोजना और फार्म आउटपुट जोखिम प्रबंधन (ट्रांसफॉर्म) कार्यक्रम के लिए परिवर्तनकारी रणनीतियों जैसे परियोजनाओं का नेतृत्व करने के लिए 10 जमीनी स्तर के गैर सरकारी संगठनों और विभिन्न सरकारी विभागों के साथ हाथ से काम कर रहे हैं।”
हेफ़र इंटरनेशनल महिला किसानों की प्रेरणादायक सफलता की कहानियों और ओडिशा में ग्रामीण समुदायों पर अपनी परियोजनाओं के गहरे प्रभाव का जश्न मना रहा है।