एक मार्च से अमूल ने देश भर में दूध बढ़ा दिए हैं, आठ महीने बाद दूध के दाम बढ़ाए गए हैं, इससे पहले जुलाई, 2021 को दो रुपए प्रति लीटर दूध के दाम बढ़ाए गए थे।
पशुपालक और डेयरी किसान लगातार दूध के दाम बढ़ाने की मांग कर रहे थे, दूध के दाम बढ़ाने से आम लोगों का खर्च बढ़ेगा, वहीं पर पशुपालकों को इससे फायदा होगा।
हरियाणा में चंडीगढ़ के खेड़ी गाँव में गैर मिलावटी समाज ग्वाला गद्दी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व डेयरी संचालक मोहन सिंह आहलूवालिया दूध की बढ़ी कीमतों पर कहते हैं, “सर्दियों में दूध का उत्पादन ज्यादा होता है, जबकि खपत कम रहती है। लेकिन वही गर्मियों में दूध की आवक यानी दूध का उत्पादन कम हो जाता है, लेकिन खपत बढ़ जाती है। क्योंकि गर्मियों में दूध के साथ ही दही और छाछ की मांग भी बढ़ जाती है। इसलिए गर्मियों में दूध का रेट बढ़ाया जाता है।”
1 जुलाई से पहले अमूल ने दिसंबर, 2019 के दाम बढ़ाए थे। पशुपालक लंबे समय से दूध के दाम बढ़ाने की मांग कर रहे थे, ऐसे में देश की सबसे बड़ी दुग्ध समिति के दाम बढ़ाने से क्या असर पड़ेगा।
गुजरात सहकारी दूध विपणन संघ (जीसीएमएमएफ) ने 27 फरवरी को एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा है, “पिछले 2 वर्ष में अमूल ने अपने फ्रेश दूध की श्रेणी की कीमतों में प्रति वर्ष 4 प्रतिशत का इजाफा किया है।
विज्ञप्ति में आगे कहा है कि एनर्जी, पैकेजिंग, ट्रांसपोर्ट और जानवरों के चारे की लागत में इजाफे के कारण दूध उत्पादन खर्च में इजाफा हुआ है, जिससे संचालन की कुल लागत में बढ़ोतरी हुई है। इसे देखते हुए अमूल ने किसानों की दूध खरीद की कीमतों में 35 रुपये से 40 रुपये किलो फैट की वृद्धि की है, जो पिछले साल की तुलना में 5 प्रतिशत ज्यादा है।
अमूल के साथ देश के 18500 गांवों में सहकारी मंडलियां (दुग्ध समितियां) हैं। करीब 80 डेयरी प्लांट हैं। 50 हजार करोड़ रुपए का सालाना टर्नओवर है। अमूल आज देश की सबसे बड़ी एफएमसीजी कंपनी है। जिसे छोटे-छोटे लोगों ने मिलकर कर बनाई है।
मोहन आहलूवालिया आगे कहते हैं, “अभी दूध का किसानों के लिए भी अच्छा है, ये मान के चलिए कि पिछले दस सालों में सबसे अच्छा रेट मिल रहा है। आज का रेट कॉपरेटिव में लगभग 48 रुपए और प्राइवेट में 50 रुपए प्रति लीटर रहा है, ये 6.50 फैट और 9 एसएमफ का रेट है।”
20वीं पशुगणना के अनुसार देश में 14.51 करोड़ गाय और 10.98 करोड़ भैंसें हैं, जबकि गोधन (गाय-बैल) की आबादी 18.25 करोड़ है। साथ ही दुधारू पशुओं (गाय-भैंस) की संख्या 12.53 करोड़ है।
राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड के अनुसार देश में लगभग 187.7 मिलियन टन (2018-19) दूध का उत्पादन होता है।
अमूल गोल्ड की कीमत 30 रुपये प्रति 500 मिलीलीटर होगी। वहीं अमूल ताजा 24 रुपये प्रति 500 मिली, और अमूल शक्ति की कीमत 27 रुपये प्रति 500 मिली होगी। ये कीमतें 1 मार्च से लागू होंगी।
अमूल डायमंड | 500 मिली | 31 | 32 |
अमूल डायमंड | 1 लीटर | 61 | 63 |
अमूल गोल्ड | 500 मिली | 29 | 30 |
अमूल गोल्ड | 1 लीटर | 57 | 59 |
अमूल गाय का दूध |
500 मिली | 25 | 26 |
अमूल ताजा | 500 मिली | 24 | 25 |
अमूल ताजा | 1 मिली | 47 | 49 |
अमूल स्लिम ऐन ट्रिम |
500 मिली | 21 | 22 |
अमूल स्लिम ऐन ट्रिम |
1 लीटर | 41 | 43 |
अमूल भैंस का दूध |
1 लीटर | 59 | 61 |
मत्स्यपालन, पशुपालन और डेयरी मंत्रालय की एक रिपोर्ट के अनुसार पिछले चार वर्षों में भारतीय डेयरी सेक्टर 6.4 फीसदी की दर से बढ़ गया है, जबकि विश्व स्तर पर दुग्ध उत्पादन वृद्धि दर मात्र 1.7 प्रतिशत है। देश में दूध उत्पादन 2014-15 के 146.3 मिलियन मीट्रिक टन से बढ़कर 2018-19 में 187.7 मिलियन मीट्रिक टन हो गया है। लेकिन इसकी एक सच्चाई यह भी है कि दूध कारोबार से जुड़े किसानों को लिए यह सेक्टर घाटे का सौदा बनता जा रहा है। लगभग आठ करोड़ ग्रामीण परिवार दुग्ध उत्पादन से जुड़े हुए हैं। इनमें भूमिहीन, छोटे और सीमांत किसानों की संख्या सबसे अधिक हैं।