नई दिल्ली (भाषा)। कृषि मंत्रालय की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार चालू रबी सत्र 2017-18 में अभी तक गेहूं बुवाई का रकबा 4.66 प्रतिशत घटकर 295.53 लाख हेक्टेयर रहा, जिसका कारण कुछ राज्यों में बुवाई के रकबे में कमी आना है।
फिलहाल 80 प्रतिशत रकबे में बुवाई
किसानों ने पिछले वर्ष की समान अवधि में गेहूं की बुवाई 309.99 लाख हेक्टेयर में की थी। गेहूं प्रमुख रबी फसल है, जिसकी बुवाई अक्टूबर के महीने से शुरू होती है और कटाई का काम मार्च से शुरू होता है। फिलहाल 80 प्रतिशत रकबे में बुवाई हो चुकी है।
मोटे अनाज और तिलहन फसलों की बुवाई का रकबा कम
मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, चालू रबी सत्र में मोटे अनाज की बुवाई का रकबा भी अभी तक कम यानी 53.88 लाख हेक्टेयर है, जो पिछले वर्ष की समान अवधि में 54.40 लाख हेक्टेयर था। इसी प्रकार तिलहन फसलों की बुवाई का रकबा कम यानी 78.62 लाख हेक्टेयर रहा, जो पिछले वर्ष समान अवधि में 81.61 लाख हेक्टेयर था।
धान और दलहन बुवाई का रकबा बढ़ा
हालांकि धान बुवाई का रकबा सुधरकर 20.57 लाख हेक्टेयर हो गया, जो पहले 15.04 लाख हेक्टेयर था। जबकि दलहन बुवाई का रकबा बढ़कर 160.91 लाख हेक्टेयर हो गया, जो पिछले साल समान अवधि में 154.05 लाख हेक्टेयर था। वर्ष 2017-18 सत्र में अभी तक रबी फसलों की बुवाई कुल 609.51 लाख हेक्टेयर में की गई है, जो पिछले साल के 615.09 लाख हेक्टेयर के बुवाई के रकबे के मुकाबले कम है।