Gaon Connection Logo

कर्नाटक: सुपारी की फसल को बर्बाद कर रहा है नया कीट, सीपीसीआरआई के वैज्ञानिकों ने की पहचान

देश के कई राज्यों में सुपारी की खेती होती है, इसमें कई तरह के कीट और रोग भी लगते हैं, ऐसे में कर्नाटक में वैज्ञानिकों ने सुपारी को नुकसान पहुंचाने वाले नए कीट की पहचान की है।
#arecanut farming

देश के कई राज्यों में एरिका नट यानी सुपारी की खेती होती है, जिससे बहुत से किसान जुड़े हुए हैं, ऐसे में वैज्ञानिकों ने सुपारी को नुकसान पहुंचाने वाले नए कीट की पहचान की है।

भाकृअनुप – केंद्रीय रोपण फसल अनुसंधान संस्थान (CPCRI) केरल, के दक्षिण कन्नड़, कर्नाटक स्थित क्षेत्रीय स्टेशन के वैज्ञानिकों ने इसकी पहचान की है। सीपीआरआई के वैज्ञानिक डॉ. शिवाजी हौसराव थुबे बताते हैं, “कीट और रोग निगरानी के दौरान हमने सुलिया तालुका के मरकंजा और कदबा तालुका के कनियरू गाँव में एरिका नट के नए पौधों में एम्ब्रोसिया बीटल (Asian ambrosia beetl) को देखा, जिसका साइंटिफिक नेम xylosandrus crassiusculus है।”

एम्ब्रोसिया बीटल कीट

वो आगे कहते हैं, “ये कीट सिर्फ तनों को नुकसान पहुंचाते हैं, लेकिन पहली बार हमने इसे एरिका नट के फलों में देखा है। यह कीट फलों को खराब कर देते हैं।”

वैज्ञानिकों के अनुसार सुपारी पर इसे पहली बार रिपोर्ट किया गया है, इसकी वजह से फलों में फंगस का इंफेक्शन हो जाता है। वैसे तो यह बहुत खतरनाक नहीं होता है, लेकिन भंडारण करने पर यह अंदर ही अंदर फलों को सड़ा देंगे, यह चिंता का विषय है।

केंद्रीय रोपण फसल अनुसंधान संस्थान की रिपोर्ट के अनुसार, अधिकांश दक्षिणी एशियाई देशों में सुपारी एक महत्वपूर्ण नकदी फसल है। एशिया के कई हिस्सों में इसका उपयोग मुख्य रूप से चबाने के उद्देश्य से किया जाता है। भारत दुनिया में सुपारी के क्षेत्र और उत्पादन में पहले स्थान पर है, जिसमें 16 मिलियन से अधिक लोग अपनी आजीविका के लिए सुपारी उद्योग पर निर्भर हैं। सुपारी का इस्तेमाल आयुर्वेद और चीनी औषधीय प्रथाओं में दवा के रूप में भी होता है।

सीपीआरआई, कारसगोड, केरल की प्रभारी निदेशक अनीता अरुण कहती हैं, “वैज्ञानिक नियमित रूप से कीटों और रोगों की जानकारी के लिए निगरानी करते रहते हैं, कर्नाटक के क्षेत्रीय स्टेशन के हमारे वैज्ञानिकों ने सुपारी को संक्रमित करने वाले नए कीट की पहचान की है, अब वैज्ञानिक इसके प्रबंधन पर काम कर रहे हैं, जिससे यह कीट ज्यादा फैल कर नुकसान न पहुंचा पाए।”

“पर्यावरण के अनुकूल रणनीतियों का उपयोग करते हुए इसके प्रबंधन का अध्ययन किया जाएगा, “सीपीआरआई, कासरगोड, केरल के प्रभारी निदेशक, अनीता करुण ने कहा।

भारत सुपारी का सबसे बड़ा उत्पादक है और साथ ही सबसे बड़ा उपभोक्ता भी है। इस फसल की खेती करने वाले प्रमुख राज्य कर्नाटक (40%), केरल (25%), असम (20%), तमिलनाडु, मेघालय और पश्चिम बंगाल हैं।

More Posts