नई दिल्ली (भाषा)। ऑस्ट्रेलिया की कंपनी मू-फार्म किसानों की आय में कम से कम 20 प्रतिशत की वृद्धि करने के लिए 2020 तक भारत के दो लाख डेयरी किसानों को प्रशक्षिति करेगी। वह पशु पोषण जैसे क्षेत्रों में किसानों के कौशल को बढ़ाने के मदद करेगी। कंपनी ने सोमवार को यह बात कही।
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मू-फॉर्म के लिए कौशल विकसित करने का काम ‘उदय’ करेगी। यह एक कौशल विकास के क्षेत्र में काम करने वाली फर्म है, जो कि भारत में उसकी सहायगी है। कंपनी ने कहा कि वह राष्ट्रीय दुग्ध दिवस के अवसर में एक हैशटैग #दकलरऑफमिल्क भी पेश करेगी, जिसमें लोगों से दूध की शुद्धता का पता लगाने के लिए कहा जायेगा।
देश में दुग्ध क्रांति के पिता वर्गीस कुरियन को जन्मदिन (26 नवंबर) को राष्ट्रीय दुग्ध दिवस के रूप में मनाया जाता है। कंपनी के संस्थापक परम सिंह ने पीटीआई-भाषा को बताया, “हमारे प्रशक्षिक किसानों के कौशल स्तर को बढ़ाने के लिए सामग्री दे रहे हैं, जिसे ग्राम स्तर के उद्यमियों के माध्यम से पहुंचाया जा रहा है। हम उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान, आंध्र प्रदेश, हरियाणा और ओडिशा पर ध्यान दे रहे हैं।”
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सितंबर में पशु कल्याण बोर्ड के एक अधिकारी ने कहा था कि देश में बिकने वाला करीब 68.7 प्रतिशत दूध और दुग्ध उत्पाद भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण के मानकों के अनुरूप नहीं हैं। मू-फार्म ऑस्ट्रेलिया की एक कृषि प्रौद्योगिकी कंपनी है। यह भारत जैसे विकासशील देशों में कौशल, कृषि व्यवसाय और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में वैश्विक नेतृत्व और विशेषज्ञता का उपयोग करके सामाजिक परिवर्तन लाने का प्रयास करती है।