किसानों के लिए यह सप्ताह अच्छा नहीं रहा। देश में बेमौसम बारिश और ओले गिरने से उत्तर प्रदेश, पंजाब और हरियाणा जैसे कृषि आधारित राज्यों समेत गुजरात, राजस्थान में भी किसानों की न सिर्फ खड़ी फसल बर्बाद हो गई, दूसरी ओर मंडियों में रखा किसानों का गेहूं भीग गया।
उत्तर प्रदेश और हरियाणा के कई इलाकों में बीती 6 अप्रैल से तेज आंधी के साथ बारिश शुरू हुई। जहां हरियाणा में हजारों कुंतल गेहूं मंडियों में पहुंच चुका था, वह अचानक हुई बारिश से भीग गया तो दूसरी ओर कई जिलों में तेज आंधी की वजह से गेहूं की खड़ी फसल को भी काफी नुकसान हुआ।
ऐसा ही हाल उत्तर प्रदेश के पीलीभीत, लखनऊ और बाराबंकी समेत कई जिलों का रहा, जहां किसानों का कटे हुआ गेहूं को काफी नुकसान हुआ। आंधी इतनी तेज थी कि कई जिलों में पेड़ भी गिर गए, इससे किसानों की गेहूं की खड़ी फसलें भी गिर गई। बाद में बारिश से खेत में पानी भर गया।
लखनऊ के लालताखेड़ा गांव के किसान साहबदीन गाँव कनेक्शन से बातचीत में बताया, “मैंने 2 बीघा खेत में गेहूं की फसल की थी, दो दिन पहले ही फसल काटी थी, मगर बेमौसम बारिश से हमारा काफी नुकसान हो गया। उम्मीद थी कि 12 से 15 हजार रुपए मिल जाएंगे।“
बारिश, आंधी और ओलों ने किसानों की कमर तोड़ कर रख दी। खेतों में कटा गेहूं पूरी तरह से बर्बाद हो गया। तैयार लहसुन की फसल पर भी बरसात में बुरा प्रभाव डाला है। हरी मिर्च के खेती करने वाले किसानों बरसात में खासा निराश किया है। इतना ही नहीं, आम की बागवानी करने वाले किसानों को भी नुकसान उठाना पड़ा है।
6 अप्रैल के अलावा भी 11 अप्रैल की रात में लखनऊ, मथुरा समेत कई जिलों में बारिश होने से किसानों को बेमौसम बारिश की वजह और आंधी की वजह से बड़ा नुकसान झेलना पड़ा है। मथुरा में बारिश और ओले गिरने की वजह से फरह ब्लॉक के एक गांव में चार लोगों की मौत हो गई।
दूसरी ओर कृषि आधारित राज्य पंजाब और हरियाणा में भी बीती 11 अप्रैल को बारिश, आंधी और ओलों से किसानों की माथे की चिंता की लकीरें बढ़ा दीं। मौसम विभाग के अनुसार, एक तरफ पंजाब में लगभग पूरे राज्य में बारिश हुई तो दूसरी तरफ हरियाणा में फरीदाबाद, कुरूक्षेत्र, पलवल, कैथल, जींद, अंबाला, पंचकूला, यमुनानगर और हिसार में बारिश हुयी। चंडीगढ़ में भी आज सुबह बारिश हुई।
इससे पहले बीती 9 अप्रैल को दोनों राज्यों में बारिश हुई थी, जिसकी वजह से किसानों की गेहूं की फसल को काफी नुकसान पहुंचा। बता दें कि पंजाब और हरियाणा देश में प्रमुख गेहूं उत्पादक राज्य हैं। आमतौर पर पंजाब और हरियाणा में इस समय बारिश नहीं होती है। गेहूं की फसल के लिए बरसात की स्थिति हानिकारक होती है।
ऐसे में तीनों राज्यों में पिछले सप्ताह से शुरू हुई तेज आंधी और बारिश के चलते खड़े गेहूं फैल गए हैं, जबकि कटे पड़े गेहूं में और ज्यादा नुकसान है। क्योंकि ज्यादातर खेतों में पानी भर गया है। जिसमें गेहूं गलने की ज्यादा संभावना है। वहीं खेतों में कटी पड़ी सरसों तो पूरी तरह झड़ गई है।
कल मैं मथुरा में था, ओले बम के गोले की तरह पड़ रहे थे।२ सप्ताह पहले ओलों ने खेत में तबाही मचाई थी।1000’s Cr Rs सरकार ने कृषि कल्याण cess लगा कर फ़सल बीमा (PMFBY) योजना में निजी कम्पनीज़ को बाँट दिए।किसान से भी प्रीमीयम लिया गया है लेकिन बदले में ठेंगा दिखा देते हैं। #LithmusTest pic.twitter.com/4Uuvy1gSpV
— Jayant Chaudhary (@jayantrld) April 12, 2018
इसके अलावा गुजरात, राजस्थान समेत कई राज्यों में बीते बुधवार को बारिश, तेज आंधी और ओले गिरने से किसानों का काफी नुकसान हुआ है।
मौसम में अचानक बदलाव।
गुजरात के कच्छ में बारिश के साथ ओले गिरे।
पाटन,सुरेंद्रनगर,मोरबी, राजकोट और बोटाद में बारिश।
अहमदाबाद में भी आंधी उठी।@News18India @SkymetWeather pic.twitter.com/R8KtwjpIGr
— Janak Dave (@dave_janak) April 11, 2018