किसानों को बिचौलियों से मिलेगी राहत, गेहूं की खरीद भी होगी दोगुनी

  • Whatsapp
  • Telegram
  • Linkedin
  • koo
  • Whatsapp
  • Telegram
  • Linkedin
  • koo
  • Whatsapp
  • Telegram
  • Linkedin
  • koo
किसानों को बिचौलियों से मिलेगी राहत,  गेहूं की खरीद भी होगी दोगुनीअधिकारियों के साथ बैठक करते मुख्यमंत्री।

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के गेहूं उत्पादक किसानों को अब अपना गेहूं बेचने के लिए इधर-उधर भटकना नहीं पड़ेगा। किसानों को जहां उनके गेहूं का उचित मूल्य मिलेगा वहीं गेहूं खरीद की व्यवस्था पूरी तरह से पारदर्शी होने से बिचौलियो से राहत मिलेगी। सरकार ने इस साल गेहूं की खरीद का लक्ष्य भी दोगुना करने का निर्णय लिया है।

शुक्रवार को एनेक्सी में अपने मंत्रियों और अधिकारियों के साथ बैठक करते हुए मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी ने निर्देश दिया कि इस साल गेहूं खरीद लक्ष्य को 40 लाख मीट्रक टन से बढ़ाकर 80 लाख मीट्रिक टन किया जाए। किसानों को सीधे लाभ पहुंचाने के लिए सभी सहकारी समितियों को पुर्नजीवित किया जाएगा।

किसानों के कर्ज़ माफी की तैयारी चल रही: कृषि मंत्री

मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि कृषि और किसानों को बढ़ावा देने के लिए सभी मिलकर काम करें। अधिकारियों को अपनी कार्यप्रणाली सुधारने के साथ ही उन्होंने सख्त लहजे में निर्देश दिया कि सूखे एवं बाढ़ से होने वाली जनहानि के लिए संबंधित विभागों के अधिकारी सीधे जिम्मेदार होंगे। ऐेसे में सभी अधिकारी गंभीरता से अपने काम को करें।

खेती किसानी से जुड़ी सभी बड़ी खबरों के लिए यहां क्लिक करके इंस्टॉल करें गाँव कनेक्शन एप

गेहूं क्रय केन्द्र पर किसानों को मिलेंगी सभी सुविधाएं

रबी विपणन वर्ष 2017-18 में मूल्य समर्थन योजना के तहत राज्य के सभी जिलों में एक अप्रैल से गेहूं क्रय केन्द्र शुरू हो जाएंगे। इस बार इन क्रय केन्द्रों पर किसानों को गेहूं बेचने में कोई असुविधा न हो किसानों को सारी सुविधाएं मिल जाए इसको लेकर मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी ने आदेश जारी कर दिया है।

ये भी पढ़ें- गेहूं की फसल को चूहों से सुरक्षित रखने के लिए करें ये उपाय

मुख्य सचिव राहुल भटनागर को निर्देश देते हुए उन्होंने कहा कि गेहूं क्रय केन्द्रों पर किसानों के लिए पेयजल और शौचालय की भी व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। मुख्य सचिव ने सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिया है कि वह अपने-अपने जिले में 31 मार्च तक गेहूं क्रय केन्द्रों पर सभी आवश्यक सुविधाएं सुनिश्चित कर लें। साथ ही सभी जिलाधिकारियों और उप जिलाधिकारियों को यह आदेश दिया है कि वह सभी गेहूं क्रय केन्द्रों का सत्यापन कराकर यह भी सुनिश्चित करा लें कि क्रय केन्द्र गेहूं की खरीद के लिए पूरी तरह तैयार है।

मुख्यमंत्री ने कहा है कि गेहूं क्रय केन्द्र पर अगर कहीं से भी किसानों के उत्पीड़न की शिकायत आई तो संबंधित अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। इस साल गेहूं का समर्थन मूल्य 1625 रुपए प्रति कुंतल घोषित किया गया है। हो सकता है कि आने वाले दिनों में सरकार इसमें बढ़ोतरी करे।

ताजा अपडेट के लिए हमारे फेसबुक पेज को लाइक करने के लिए यहां, ट्विटर हैंडल को फॉलो करने के लिए यहां क्लिक करें।

          

Next Story

More Stories


© 2019 All rights reserved.