उत्तर प्रदेश में पहली बार की गई ड्रैगेन फ्रूट की खेती, 120-200 रुपये में बिकता है एक फल

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उत्तर प्रदेश में पहली बार की गई ड्रैगेन फ्रूट की खेती, 120-200 रुपये में बिकता है एक फलड्रैगेन फ्रूट की फसल। फोटो- साभार

लखनऊ। अनानास जैसा दिखने वाला ड्रैगेन फ्रूट वैसे तो देश के बाहर से आयात होता है लेकिन देश में इस फल के उत्पादन के लिए कौशाम्बी में इसकी खेती की शुरुआत की जा चुकी है। जिला उद्यान अधिकारी अखण्ड प्रताप सिंह की ओर से 7000 ड्रैगेन फ्रूट के पौधे जिले के किसानों में बांटे गए। यह खेती प्रयोग के तौर पर की जा रही। भविष्य में इसके उत्पादन को देखते हुए प्रदेश सहित पूरे देश में इसको बढ़ाना दिया जा सकता है।

ड्रैगेन फ्रूट, जैसा कि नाम से ही विदेशी फल लगता है, इसका उत्पादन देशभर में कहीं नहीं हुआ है। ड्रैगेन फ्रूट के हाइब्रिड बीजों का उपयोग कर इसकी खेती की गई है। इसके लिए जिला उद्यान अधिकारी (कौशाम्बी) की ओर से जिले के किसानों को 50 रुपए प्रति पौधे की कीमत पर पौधे बांटे गए हैं। इन पौधों को प्रायोगिक तौर पर खेती के लिए दिया गया है। जिला उद्यान अधिकारी का कहना है कि इसबार की फसल के उत्पादन को देखते हुए ही भविष्य में इसके उत्पादन को बढ़ावा दिया जाएगा।

ड्रैगेन फ्रूट की खेती नीदरलैंड, इजरायल, श्रीलंका, वियतमान, थाइलैण्ड में प्रमुखता से की जाती है। उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण विभाग, कौशाम्बी के वरिष्ठ सहायक सैय्यद ज़फ्फार अस्गर ने बताया, “ड्रैगेन फ्रूट के ये हाइब्रिड बीज कोलकाता से मंगाए गए हैं। वहीं पर बांग्लादेश से इसके बीज मंगवाए जाते हैं। जिला उद्यान अधिकारी बाहर गए थे वहीं से प्रेरित होकर उन्होंने इसे प्रदेश में भी लगाने के बारे में सोचा।”

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जहां तक है यह प्रयोग 90 फीसदी सफल रहेगा। इससे किसान और ग्राहक दोने को लाभ मिलेगा। किसानों को इसकी खेती से और ग्राहकों को इसके गुणों से।
सैय्यद ज़फ्फार अस्गर, वरिष्ठ सहायक, उद्यान विभाग,यूपी

केला उत्पादन की जगह ले सकता है यह फल

इस फल की खेती और स्वास्थ्य संबंधी विशेषताओं को देखते हुए यह संभावना जताई जा रही है कि अगर इसका उत्पादन सफल रहा तो बड़े पैमाने पर इसकी खेती प्रदेश समेत देश के अन्य राज्यों में भी की जाएगी। खेती के लिए इसमें कोई विशेष लागत नहीं लगती है। इसकी सिंचाई के लिए भी पानी की कम जरूरत होती है। ड्रिप सिंचाई की आधुनिक तकनीक को इसकी सिंचाई के लिए उपयोग में लाना उचित होगा।

आयात किए जाने की वजह से कीमत ज्यादा

वरिष्ठ सहायक का कहना है कि ये फल केवल विदेशों से ही भारत में आयात किए जाते हैं। यही कारण है कि निदेशों से लाए जाने की वजह से देश में इस फल की कीमत ज्यादा है। देश के बाजारों में वैसे तो जल्दी यह फल कहीं दिखता नहीं और अगर दिखता भी है तो कीमत आसमान छूती है। एक ड्रैगेन फ्रूट की कीमत लगभग 120 रुपए से लेकर 200 रुपए तक है। देश में ये फल लाए जाएंगे, इससे इसकी कीमत भी घटेगी।

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