गोरखपुर। इस समय गेहूं बुवाई के लिए किसान तैयारी कर रहे हैं, जिसके लिए वह बीज और खाद खरीदने के लिए भटक रहे हैं। कृषि विभाग का कहना है की इस बार बीज पर्याप्त मात्र में उपलब्ध है किसी को कोई दिक्कत नहीं होगी लेकिन वहीं किसान को मनचाहा बीज नहीं मिलने से किसान नाराज है। खोराबार ब्लॉक के एक सहकारी गोदाम पर आये एक किसान रमाकांत (41 वर्ष) कहते है, ”हमे जितना बीज चाहिए उतना तो मिल रहा है लेकिन जो बीज चाहिए वह नहीं मिल रहा है हमे कई तरह के बीज चाहिए क्योकि हमारे खेत कुछ अभी खाली है कुछ दिसम्बर में होंगे, तो हमे देर से होने वाली प्रजाति के बीज चाहिए लेकिन उपलब्ध नहीं है।”
यह एक किसान की ही समस्या नहीं है कई और भी किसान है जो परेशान है। चौरी-चौरा के किसान प्रह्लाद (54 वर्ष) कहते है, ”मैं हर समय अलग-अलग तरह के बीज बोता हूं। इस बार हमारे कृभको के गोदाम पर केवल एक ही तरह के बीज उपलब्ध हैं, और दूसरी प्रजाति के बीज लेने के लिए हमे मार्केट से लेना पड़ेगा।”
कूड़ाघाट केन्द्रीय कृषि बीज भंडार के कर्मचारी जय प्रकाश कहते है, ”हमारे यहां गेहूं के दो तरह के बीज उपलब्ध है। जो बीज मौजूद है उनके नाम एचडी 2967 एवं पीबीडब्लू 17 है। हमे जो जो बीज मिले है हम वो ही तो देंगे, जो हमारे पास उपलब्ध नहीं है वह हम कहा से देंगे।”
कृषि अधिकारी प्रभात कुमार बताते है, ”जले में गेहूं खेती औसतन एक लाख 72 हजार हेक्टेयर होती है। इस बार गेहूं के बीज भरपूर मात्रा में उपलब्ध है। कुछ दिन पहले तक 75 हजार कुन्तल बीज था। हमारा जोर इस बार अधिक उपज एवं जलवायु अनुकूल प्रजातियों के बीज पर है, लेकिन फिर भी किसान उन्ही पुरानी किस्म के बीजों की ही मांग कर रहे है। जो आज के बदलते हुए मौसम के लिए बिलकुल भी ठीक नहीं है।”