मौसम ने दिया साथ, तिलहन की बुवाई बढ़ी

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मौसम ने दिया साथ, तिलहन की बुवाई बढ़ीइस बार 1222.971 हजार हेक्टेयर में हुई बुवाई, जबकि पिछले साल 1160.291 हजार हेक्टेयर में ही हुई बुवाई। फोटो- गाँव कनेक्शन।

अश्विनी कुमार निगम

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में इस बार तिलहन की रिकॉर्ड उत्पादन होने की संभावना है। रबी की प्रमुख तिलहन फसलों में शामिल तोरिया, राई सरसों और अलसी की बुवाई 7 जनवरी 2017 तक के जो आंकड़े मिले हैं उसके मुताबिक इस बार इन फसलों का रकबा पिछले कई वर्षों के मुकाबले काफी बढ़ा है।

इस बार तोरिया, राई सरसों और अलसी की बुवाई अभी तक 1222.971 हजार हेक्टेयर में की जा चुकी है। जबकि पिछले साल रबी तिलहन की 1160.291 हजार हेक्टेयर में ही बुवाई हुई थी। इस बार की बुवाई पिछले साल से 24.826 हजार हेक्टेयर में ज्यादा हुई है।

उत्तर प्रदेश के कृषि निदेशक ज्ञान सिंह ने बताया “इस साल रबी सीजन में मौसम बुवाई के अनुकूल था, किसानों को कृषि विभाग की तरफ से समय से सभी प्रकार की सुविधाएं भी उपलब्ध करा दी गई जिसके कारण प्रदेश में रबी तिलहन की अधिक बुवाई हुई है।” तिलहन बुवाई के बड़े हुए आंकड़ों को देखते हुए इस लक्ष्य को कृषि विभाग आसानी से प्राप्त करने की संभावना जता रहा है। उत्तर प्रदेश कृषि विभाग ने रबी 2016-17 के लिए 12वीं पंचवर्षीय योजना के तहत रबी तिलहन की बुवाई के क्षेत्रफल का लक्ष्य 125.08 लाख हेक्टेयर रखा है जबिक उत्पादन 389.38 लाख मीट्रिक टन रखा है।

अलसी की सबसे ज्यादा बुवाई मिर्जापुर में

अलसी की सबसे ज्यादा बुवाई मिर्जापुर मंडल में हुई है, इस मंडल में 15.662 हजार हेक्टेयर में अलसी की बुवाई हो चुकी है जबकि छह मंडलों में अलसी की बुवाई जीरो है। यह मंडल हैं सहारनपुर, मेरठ, अलीगढ, आगरा, बरेली और मुरादाबाद।

780.722 हजार हेक्टेयर में सरसों की हो चुकी है बुवाई

रबी सीजन की बुवाई के जो नवीनतम आंकड़े जारी किए गए हैं उसके मुताबिक प्रदेश में 780.722 हजार हेक्टेयर में सरसों की बुवाई हो चुकी है। जबकि पिछले साल 728.167 हजार हेक्टयेर में सरसों की बुवाई हुई थी। इसी तरह तोरिया की बुवाई 404.399 हजार हेक्टेयर में हो चुकी है जबकि पिछले साल इस सीजन में 394.270 हजार हेक्टेयर में हुई थी। इसी तरह अलसी की अभी तक बुवाई 37.854 हजार हेक्टेयर में हो चुकी है जबकि पिछले साल 19.418 हजार हेक्टेयर में ही हुई थी। सरसों की बुवाई सबसे ज्यादा आगरा मंडल में हुई है, यहां पर 120.100 हजार हेक्टेयर में हुई है वहीं सबसे कम सरसों की बुवाई आजमगढ़ मंडल में हुई है। इस मंडल में सिर्फ 3.863 हजार हेक्टेयर में सरसों को बोया गया है। तोरिया की सबसे ज्यादा बुवाई लखनऊ मंडल में हुई है। इस मंडल में 82.053 हजार हेक्टेयर में सरसों की बुवाई हुई है जबकि सबसे कम बुवाई तोरिया की मिर्जापुर मंडल में हुई।

    

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