नई दिल्ली। केरल में इस साल आया बाढ़ की त्रासदी से प्रभावित किसानों के लिए एक अच्छी खबर यह है कि सरकार उन्हें आगे फसल लगाने के लिए बीज मुहैया करवाएगी, जोकि उनके पुनर्वासन पैकेज का हिस्सा होगा।
राज्य में बाढ़ के कारण खरीफ फसलें तबाह हो गयी थीं। केरल के कृषि सचिव डीके सिंह ने बताया कि सभी प्रमुख फसलों में धान को सबसे ज्यादा नुकसान हुआ था। उन्होंने बताया कि प्रदेश में अनुमानित करीब 2.45 लाख टन चावल के पैदावार का नुकसान हुआ। उन्होंने कहा कि किसानों को धान का बीच बांटने के लिए 8,000 टन बीज खरीदने की जरूरत है।
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बाढ़ में नष्ट हुई अन्य प्रमुख फसलों में केला, इलायची, गोल मिर्च, साबूदाना समेत सब्जियां व कंद शामिल हैं।
सिंह ने समाचार एजेंसियों से बातचीत में कहा, “क्षति अभूतपूर्व है, इसलिए हमलोग किसानों को इनपुट मुहैया करवाकर खेती की प्रक्रिया शुरू करने की योजना पर काम कर रहे हैं।” उन्होंने कहा, “सूची में सबसे पहले बीज शामिल है। किसानों को बीज मुफ्त में दिया जाएगा। हम बीज तैयार करने वालों के संपर्क में हैं।”
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उन्होंने कहा कि कीटनाशक और उर्वरक की भूमिका तीन महीने बाद आएगी। इस समय बीजों की खरीद और बुवाई शुरू करना प्राथमिकता है। केरल सरकार के अनुसार, बाढ़ में राज्य में चार लाख टन केले का नुकसान हुआ, क्योंकि फसल कटाई का पर्व ओनम से पहले ही बाढ़ ने 21,000 हेक्टेयर में लगी केले की फसल को लील लिया।
सरकारी अनुमान के अनुसार, 98,000 हेक्टेयर में लगी गोल मिर्च की फसल खराब हो गई। सिंह ने बताया कि 35,000 हेक्टेयर में लगी इलायची, 365 हेक्टेयर कॉफी और 122 हेक्टेयर रबर की फसल को नुकसान हुआ।
(एजेंसियों से इनपुट)