बढ़ती गर्मी से आलू में सड़न, किसान चिंतित

  • Whatsapp
  • Telegram
  • Linkedin
  • koo
  • Whatsapp
  • Telegram
  • Linkedin
  • koo
  • Whatsapp
  • Telegram
  • Linkedin
  • koo
बढ़ती गर्मी से आलू में सड़न, किसान चिंतितबढ़ती गर्मी से आलू के किसान चिंतित।

अरुण मिश्रा(स्वयं कम्युनिटी जर्नलिस्ट)

विशुनपुर(बाराबंकी)। इस बार आलू की रिकार्ड पैदावार ने किसानों के सामने मुसीबत खड़ी कर दी है। क्योंकि अच्छे रेट न मिल पाने के कारण किसानों का ज्यादातर आलू घरों में ही रखा हुआ है। इसके अलावा इस बार समय से पहले स्टोर फुल हो जाने के कारण किसानों का आलू स्टोरों में भंडारण भी नहीं हो पाया है।

खेती किसानी से जुड़ी सभी बड़ी खबरों के लिए यहां क्लिक करके इंस्टॉल करें गाँव कनेक्शन एप

पवैय्याबाद गाँव के किसान गुणवंत वर्मा बताते हैं, “करीब 1500 कट्टी आलू घर में रखा है। देर से खुदाई के चलते स्टोरों में जगह नही मिली। हालात यह है कि कोई खरीददार नहीं मिल रहा है।”रबी की फसल में इस बार आलू की बम्पर पैदावार हुई। मंहगे बीज और खाद के साथ बोई फसल से किसानों को काफी उम्मीदें थीं, लेकिन यही बम्पर पैदावार किसानों के लिए मुसीबत बन गयी।कभी खेतों से ही खुद कर बिक जाने वाले आलू के लिए इस बार व्यापारी ढूंढे नही मिल रहे हैं। मंदे रेट के चलते काफी किसानों ने अपना आलू स्टोर कर दिया, लेकिन काफी किसान ऐसे भी हैं जिन्हें काफी मशक्कत के बाद भण्डारण का टोकन नहीं मिला।

सिसवारा निवासी भोलानाथ मिश्रा बताते हैं, “200 कट्टी आलू इस उम्मीद से घर पर रखा था कि उससे सारे खर्च निपटेंगे लेकिन अभी तक कोई खरीददारी के लिए पूछने नहीं आया है।”

ये भी पढ़े: तापमान में कमी न आने से किसान मजबूरी में बेच रहा आलू

वहीं काफी किसानों ने अपनी जरूरतों और ऋणों की अदायगी के लिए इसे बेचने के लिए घरों में रख लिया। किसानों को उम्मीद थी कि होली और नई सरकार के गठन के बाद आलू के रेटों में उछाल आएगा और उनकी उपज का वाजिब दाम मिल जायेगा। किसानों को फिलहाल निराशा ही हाथ लगी है उल्टे बढ़ते तापमान ने उनकी चिंता और बढ़ा दी हैं।

सायपुर के रहने वाले रामसिंह कहते हैं, “कोई खरीददार आलू पूछने तक नही आया। जो खरीददार हैं वह औने पौने दाम पर मांग रहे हैं। अब बढ़ती गर्मी में आलू को सुरक्षित रखना भी चुनौती बनता जा रहा है।

ताजा अपडेट के लिए हमारे फेसबुक पेज को लाइक करने के लिए यहां, ट्विटर हैंडल को फॉलो करने के लिए यहां क्लिक करें।

       

Next Story

More Stories


© 2019 All rights reserved.