मौसम विभाग की भविष्यवाणी, इस साल झमाझम होगी बारिश 

Kushal MishraKushal Mishra   17 April 2018 12:29 PM GMT

  • Whatsapp
  • Telegram
  • Linkedin
  • koo
  • Whatsapp
  • Telegram
  • Linkedin
  • koo
  • Whatsapp
  • Telegram
  • Linkedin
  • koo
मौसम विभाग की भविष्यवाणी, इस साल झमाझम होगी बारिश देश में आधी से ज्यादा खेती-बाड़ी बारिश पर निर्भर।

भले ही इस समय देश में गर्मी बढ़ रही है, मगर भारतीय मौसम विभाग ने किसानों पर राहत की बौछार कर डाली है। मौसम विभाग ने अपनी भविष्यवाणी में कहा है कि इस साल देश में 97 % बारिश होने की उम्मीद है। ऐसे में न सिर्फ किसानों के लिए, बल्कि सरकार के लिए भी यह खबर राहत देने वाली है।

भारतीय मौसम विभाग के महानिदेशक डॉ. केजे रमेश ने पत्रकारों से बातचीत में बताया, “इस साल मानसून सत्र में 97 % बारिश होगी, हालांकि इसमें 5 प्रतिशत कम या ज्यादा हो सकता है, मगर देश के हर हिस्से में अच्छे मानसून का अनुमान है।“

इससे पहले मौसम की सूचना देने वाली एक निजी एजेंसी स्काईमेट ने भी इस साल देश में अच्छी बारिश की उम्मीद जताई थी। स्काईमेट में कहा था कि देश में अच्छी बारिश होगी और सूखे की स्थिति न के बराबर है।

मौसम पूर्वानुमान पर डॉ. रमेश ने बताया, “मई माह के आखिरी सप्ताह में या फिर जून के पहले सप्ताह में केरल तट में दस्तक दे देगा।“ आगे बताया, “इस मौसम पूर्वानुमान में हिंद महासागर और प्रशांत महासागर की स्थितियों का पूरा अध्ययन किया गया है और मौसम में न ही अलनीनो का प्रभाव नजर आया है, और न ही ली नीनो का।“

यह भी पढ़ें: मानसून आख़िर क्या बला है, जिसका किसान और सरकार सब इंतज़ार करते हैं

यह मौसम पूर्वानुमान का पहला चरण है और अब दूसरा पूर्वानुमान जून में जारी होगा, जिसमें यह बताया जाएगा कि किस क्षेत्र में कितनी बारिश होगी। बता दें कि 90 फीसदी से अगर कम बारिश होती है तो उस स्थिति में मानसून को कमजोर कहा जाता है।

ऐसे में इस साल अच्छी बारिश के मौसम पूर्वानुमान के बाद किसानों के चेहरे जरूर खिल उठेंगे क्योंकि देश में आधी से ज्यादा खेती-बाड़ी मानसून पर निर्भर रहती है।

नरेन्द्र देव कृषि एवं प्रोद्योगिकी विश्वविद्यालय के एग्रीकल्चर मेट्रोलाजी विभाग के वैज्ञानिक डॉ. एके सिंह बताते हैं, “देश में मानसून के आगमन पर किसान से लेकर सरकार की निगाह लगी रहती है। चूंकि मानसून सत्र चार महीनों का होता है, जो जून में शुरू होकर सितंबर तक सक्रिय रहता है। दीर्घावधि पूर्वानुमान के दौरान मौसम विभाग कई पैमानों का इस्तेमाल कर इन चार महीनों के दौरान होने वाली मानसूनी बारिश की मात्रा को लेकर संभावना जारी करता है।“

ये भी पढ़ें- रहट सिंचाई जानते हैं क्या होती है? बिना डीजल और बिजली के निकलता था पानी

यूपी : गेहूं की कटाई जोर-शोर से जारी, कई जिलों में मौसम की मार का गेहूं की उपज पर असर

इनसे सीखिए... कैसे बिना मिट्टी के भी उगाए जा सकते हैं फल और सब्ज़ियां

 

Next Story

More Stories


© 2019 All rights reserved.