लखनऊ (उत्तर प्रदेश)। गन्ना किसानों को अब गन्ने की बिक्री और दूसरी जानकारियांबस एक क्लिक पर ऑनलाइन मिल जाएगी। ऐप और वेब पोर्टल के माध्यम से किसान गन्ना बेचने, सर्वे डेटा, गन्ने से जुड़ी सरकारी सूचनाएं (प्री कैलेंडर), बेसिक कोटा और गन्ने की पर्ची से जुड़ी जैसी सभी जानकारियां प्राप्त कर सकते है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गन्ना किसानों के लिए गन्ना मोबाइल ऐप (ई-गन्ना) लॉन्च कर दिया। राज्य के प्रमुख सचिव (गन्ना एवं चीनी) संजय भूसरेड्डी ने कहा, “इस व्यवस्था में चीनी मिलों पर किसी प्रकार की निर्भरता नही रहेगी और मिलों का अनावश्यक हस्तक्षेप नही हो पायेगा।”
चीनी उद्योग एवं गन्ना विकास विभाग उत्तरप्रदेश द्वारा गन्ना किसानों की सुविधा एवं पारदर्शिता हेतु वेब पोर्टल https://t.co/IB3BAocuyH एवं e-ganna मोबाइल एप का शुभारंभ मा.मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ जी द्वारा किया गया। @myogiadityanath @CMOfficeUP @s_bhoosreddy @spgoyal @ANI pic.twitter.com/orja5ypRzB
गन्ना किसानों की शिकायतों को दूर करने के लिए यूपी सरकार ने मोबाइल ऐप के अलावा वेब पोर्टल (caneup.in) के साथ-साथ इनक्वायरी टर्मिनल भी स्थापित किये गये हैं। गन्ना विभाग द्वारा मुख्यालय पर टोल-फ्री नम्बर 1800-121-3203 की व्यवस्था की गयी है।
उन्होंने कहा कि गन्ना ईआरपी व्यवस्था के तहत विकसित किये गये वेब-पोर्टल ( caneup.in) “ई-गन्ना” एप और तौल की पारदर्शी व्यवस्था होने से माफियाओं और बिचौलियों पर अंकुश लगेगा। किसानों को समिति कार्यालय के चक्कर नहीं काटने पडे़गे और घर बैठे सारी जानकारी उन्हें प्राप्त हो सकेंगी।
इससे ऐप के लांच होने से पर्चियों की कालाबाजारी नहीं हो पाएगी। गन्ने की घटतौली पर भी अंकुश लगेगा। सरकार का दावा है कि इस कदम से प्रदेश के करीब 50 लाख किसानों को फायदा होगा। राज्य में 28 लाख हेक्टेयर के आसपास गन्ने की खेती हो रही है।