कृषि ऋण माफी से ट्रैक्टर ऋण की वसूली हो सकती है प्रभावित : फिच
Sanjay Srivastava 18 April 2017 6:21 PM GMT
मुंबई (भाषा)। कृषि ऋण माफी से विभिन्न राज्यों में किसानों द्वारा ट्रैक्टर खरीद के लिए गए कर्ज के भुगतान में चूक बढ़ सकती है, क्योंकि ऋण माफी योजनाएं किसानों का ऋण अनुशासन बिगाड़ती हैं, यह निष्कर्ष रेटिंग एजेंसी फिच की एक रिपोर्ट का है।
रपट का कहना है कि कर्ज माफी कर्जों के भुगतान की जिम्मेदारी से बचने का प्रोत्साहन है। उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने 36,359 करोड़ रुपए का कृषि ऋण माफ करने का फैसला किया है। इसमें प्रति किसान एक लाख रुपए तक ही कर्ज माफ होगा। फिच ने एक नोट में चेताया कि किसानों के कृषि ऋण को माफ करने के राजनीतिक दबाव से विभिन्न राज्यों में ट्रैक्टर कर्ज के लिए चूक बढ़ सकती है।
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उल्लेखनीय है कि उत्तर प्रदेश में किसानों के ऋण माफी में ट्रैक्टर ऋण को शामिल नहीं किया गया है। रिपोर्ट में आगाह किया गया है कि अभी ट्रैक्टर ऋण को कर्ज माफी में शामिल नहीं किया गया है लेकिन भविष्य की घोषणाओं में किसान इसकी उम्मीद कर सकते हैं।
एजेंसी ने कहा कि इसको लेकर स्थिति स्पष्ट नहीं है कि महाराष्ट्र, पंजाब, हरियाणा और तमिलनाडु में किसानों के संभावित ऋण माफी कार्यक्रम में ट्रैक्टर ऋण को भी शामिल किया जाएगा या नहीं। देश की कुल आबादी का 30 प्रतिशत से अधिक इन राज्यों में रहता है।
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