Gaon Connection Logo

सरकार 15 अक्तूबर को महिला कृषक दिवस के रूप में मनाएगी

agriculture

नई दिल्ली (भाषा)। सरकार ने महिलाओं के योगदान की शिनाख्त करने के मकसद से 15 अक्तूबर को महिला कृषक दिवस के रूप में मनाने का फैसला किया है।

खेती किसानी से जुड़ी सभी बड़ी खबरों के लिए यहां क्लिक करके इंस्टॉल करें गाँव कनेक्शन एप

कृषि मंत्री राधा मोहन सिंह ने बताया कि, केंद्र सरकार ने राज्यों को निर्देश दिया है कि वे कृषि योजनाओं के लिए आवंटित किए गए धन के 30 प्रतिशत हिस्से को महिलाओं पर खर्च करें, जिनकी देश के कृषि कामगारों में पर्याप्त हिस्सा है, हालांकि उन्होंने भारत में महिला सहकारी संस्थाओं की नगण्य संख्या को लेकर चिंता व्यक्त की और वित्तीय मदद देकर इसे मजबूती देने की आवश्यकता पर जोर दिया।

सरकार ने महिलाओं के योगदान की शिनाख्त करने के मकसद से 15 अक्तूबर को महिला कृषक दिवस के रूप में मनाने का फैसला किया है।

एनसीडीसी द्वारा आयोजित महिला सहकारिता के सुदृढ़ीकरण पर राष्ट्रीय कार्यशाला में सिंह ने कहा, देश की आबादी का करीब 60 फीसदी हिस्सा कृषि पर निर्भर है, जिसमें से महिलाएं करीब 30 प्रतिशत हैं, हमने राज्यों से कहा है कि हमारी सारी योजनाओं और कार्यक्रमों में महिलाओं को साझेदार बनाएं।

सिंह ने इस बात पर भी जोर दिया कि देश में और अधिक संख्या में महिला सहकारी संस्थाओं को स्थापित किए जाने की आवश्यकता है क्योंकि मौजूदा समय में कुल आठ लाख में से केवल 20,014 संस्थाएं ही भारत में हैं।

एनसीडीसी के प्रबंध निदेशक वसुधा मिश्रा ने कहा कि महिला सहकारी संस्थाओं को अपने उत्पादों का विपणन करने में मुश्किल पेश आती है इसलिए कार्पोरेशन ने उन्हें बाजार संपर्क और प्रशिक्षण देने का फैसला किया है ताकि वे बेहतर डिजाइन के साथ उत्पादों का विनिर्माण कर सकें। उन्होंने कहा कि महिला सहकारी संस्थाओं को धन का बेहतर प्रबंधन करने और पेशेवराना ढंग से सहकारी संस्था को चलाने के लिए भी प्रशिक्षित किया जाएगा।

More Posts

मोटे अनाज की MSP पर खरीद के लिए यूपी में रजिस्ट्रेशन शुरू हो गया है, जानिए क्या है इसका तरीका?  

उत्तर प्रदेश सरकार ने मोटे अनाजों की खरीद के लिए रजिस्ट्रेशन शुरू कर दिया है। जो किसान भाई बहन मिलेट्स(श्री...

यूपी में दस कीटनाशकों के इस्तेमाल पर लगाई रोक; कहीं आप भी तो नहीं करते हैं इनका इस्तेमाल

बासमती चावल के निर्यात को बढ़ावा देने और इसे अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप बनाने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने...

मलेशिया में प्रवासी भारतीय सम्मेलन में किसानों की भागीदारी का क्या मायने हैं?  

प्रवासी भारतीयों के संगठन ‘गोपियो’ (ग्लोबल आर्गेनाइजेशन ऑफ़ पीपल ऑफ़ इंडियन ओरिजिन) के मंच पर जहाँ देश के आर्थिक विकास...