एक बीघा धान की खेती में लागत से लेकर मुनाफे तक का पूरा गणित, समझिए यहां...
गाँव कनेक्शन 7 Oct 2017 8:16 PM GMT
लखनऊ। इस समय पूरे देश में धान की कटाई चल रही है। हर साल भारत के हज़ारों किसान धान की खेती करते हैं। उसमें अपना पैसा लगाते हैं लेकिन ऐसे बहुत ही कम किसान होंगे जो ये हिसाब लगाते होंगे एक बीघा ज़मीन पर धान उगाने में कितनी लागत आती है, उसे बाज़ार तक पहुंचाने में कितना खर्च होता है, कितना नुकसान होता है और कितना फायदा होता है।
बिहार के पूर्णिया जिले के चनका गांव में रहने वाले पेशे से पत्रकार, लेखक और अब किसान गिरींद्र नाथ झा ने इस बार धान की खेती की थी, उन्होंने पूरा हिसाब किताब लगाया है। जिसमें आय और व्यय का पूरा व्यौरा जोड़कर बताया है। आप भी पढ़िए क्या लिखते हैं गिरींद्र नाथ झा..
फसल की लागत
खेत की जुताई में ख़र्च- 1500 रुपए
खाद - 3400 रुपए
बीज - 2000 (8 KG) रुपए
रोपाई - 1000 ( दस मजदूर) रुपए
सिंचाई- 2400 रुपए
(चार पटवन. पहली बार छह घंटा, दूसरी बार पाँच और तीसरी दफे भी पाँच घंटा। पटवन का ख़र्च 150 रुपए प्रति घंटा है)
फ़सल कटाई - 800 रुपए
फ़सल की बँधाई- 600 रुपए
फ़सल को घर तक पहुँचाने में ख़र्च-1000 रुपए
फ़सल की तैयारी में ख़र्च - 1200 रुपए
कुल ख़र्च- 13,900 रुपए
एक बीघा का ख़र्च आपने जान लिया। अब यह समझा जाए कि एक बीघा में धान की उपज कितनी होगी। एक बीघा में 16 से 18 क्विंटल धान की उपज होगी यदि मौसम साथ दे। और वैसे तो धान की प्रति क्विंटल सरकारी क़ीमत 1400-1500 रुपए कहने को होती है लेकिन गाँव में किसान 1000 से 1100 रुपए के बीच ही बेचता है। तो ऐसे में आप लागत और आमदनी का हिसाब ख़ुद जोड़ लीजिए।
आप गाँव-घर घूमिए और किसान से खेती में लागत के बारे में पूछिएगा तो यही सुनने को मिलेगा कि "हम कभी हिसाब नहीं लगाये कि कितना खर्च होता है और कितना आमदनी...नुक़सान को नजरअन्दाज़ कर देते हैं..."
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