कभी सिर्फ गेहूं की खेती करने वाले भंवर पाल सिंह की पहचान अब पूरे देश में आलू किसान के रूप में है। आलू की उन्नत की खेती के लिए उन्हें गुजरात के गांधी नगर में आयोजित ग्लोबल पोटेटो कॉन्क्लेव में सम्मानित किया गया।
उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले के सरसौल के रहने वाले भंवर पाल सिंह अब तक एक दर्जन से भी ज्यादा बार सम्मानित हो चुके हैं। वो बताती हैं, “पहले मैं भी सिर्फ गेहूं की खेती किया करता था, उसके लिए भी मुझे कई सारे अवार्ड मिले हैं। साल 2000-03 में मैंने आलू की खेती की शुरूआत की। हमारे यहां, कन्नौज, अलीगढ़, कानपुर जैसे जिलों में आलू की खेती होती है। तभी से केंद्रीय आलू अनुसंधान संस्थान से जुड़ा हुआ हूं।”
भंवर लाल को इसी महीने गुजरात के गांधी नगर में आयोजित ग्लोबल पोटेटो कॉन्क्लेव 2020 में केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने सर्वश्रेष्ठ आलू उत्पादक अवार्ड से सम्मानित किया।
वो आगे कहते हैं, “अभी किसान किसी दुकान से बीज-खाद लेकर आलू लगा लेंगे, लेकिन किसी से सलाह नहीं लेंगे, बाद में होता है कि अच्छा उत्पादन नहीं मिल रहा। लेकिन मैं शुरू से ही संस्थान से जुड़ा हूं, वैज्ञानिकों की सलाह पर आलू की किस्में लगाता हूं।”
भंवर सिंह प्रति एकड़ चार-पांच सौ कुंतल आलू का उत्पादन ले लेते हैं। वो बताते हैं, “आलू की बहुत सारी किस्में हैं, अलग-अलग किस्मों के हिसाब से उनका उत्पादन भी मिलता है, अभी मैं जो भी किस्में लगाता हूं, प्रति एकड़ चार-पांच सौ कुंतल उत्पादन हो जाता है।”
करते हैं आलू की नई किस्मों की खेती
केंद्रीय आलू अनुसंधान संस्थान, शिमला से विकसित आलू की ज्यादातर किस्मों की खेती भंवर लाल करते हैं। वो कहते हैं, “मैं ऐसी बहुत सी किस्मों की खेती करता हूं, जो शायद ही कोई प्रदेश में करता होगा। इस बार मैंने नई किस्म कुफरी नीलकंठ भी लगाई है।” इसकी पैदावार 400 से 450 कुंतल प्रति हेक्टेयर है, जबकि बाजार में कुफरी बहार, चिपसोना, कुफरी जवाहर, लाल आलू जैसी किस्में एक हेक्टेयर में लगभग 300 कुंतल उत्पादन होता है।
सीपीआरआई ने विभिन्न जलवायु क्षेत्रों के लिए अब तक 51 आलू की प्रजातियां विकसित की हैं। इन प्रजातियों को देश के अलग-अलग क्षेत्रों में लगाया जाता है। देश की जलवायु और भैगोलिक परिस्थितियां ऐसी हैं कि वर्ष भर कहीं न कहीं आलू की खेती होती रहती है। यूपी, पश्चिम बंगाल, बिहार, मध्य प्रदेश, पंजाब और हिमाचल आलू के उत्पादन में अग्रणी राज्य माने जाते हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी किया है सम्मानित
भंवर लाल को आलू उत्पादन के लिए कई बार सम्मानित किया गया है, साल 2014 में गांधी नगर , गुजरात में मोदी जी ने इससे पहले भी मुझे सम्मानित किया था।