नोएडा में जैविक कृषि विश्व कुंभ की तैयारी, दुनियाभर के जैविक कृषि वैज्ञानिक होंगे शामिल

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नोएडा में जैविक कृषि विश्व कुंभ की तैयारी, दुनियाभर के जैविक कृषि वैज्ञानिक होंगे शामिलफाेटो: विनय गुप्ता

लखनऊ (आईएएनएस)। जैविक खेती को बढ़ावा देने और उसके लिए नीतियां बनाने के उद्देश्य से ग्रेटर नोएडा में जैविक कृषि विश्व कुंभ का आयोजन किया जा रहा है। यह कुंभ 9 से 11 नवंबर तक चलेगा, जिसमें दुनियाभर के जैविक कृषि के वैज्ञानिक शामिल होंगे। उत्तर प्रदेश सरकार का कृषि मंत्रालय इसकी मेजबानी करेगा। आर्गेनिक फार्मिग एसोसिएशन ऑफ इंडिया (ओएफआई) के निदेशक क्लड अल्वारेस ने यह जानकारी दी।

गाँव कनेक्शन ने पहले दी थी जानकारी

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ग्रेटर नोएडा में शुरू होने जा रहे इस जैविक कृषि विश्व कुंभ के बारे में ‘गाँव कनेक्शन’ ने पहले ही जानकारी किसानों को दी थी। ओएफआई के निदेशक क्लड अल्वारेस बताते हैं, "हमारा लक्ष्य जैविक भारत से जैविक विश्व की ओर बढ़ना है। जैविक कृषि विश्व कुंभ में भारतीय प्रतिनिधियों के साथ दुनिया के 110 देशों के लगभग 1,400 प्रतिनिधि हिस्सा लेंगे। जैविक कृषि कुंभ का आयोजन आईफोम (इंटरनेशल फेडरेशन ऑफ आर्गेनिक फार्मिग मूवमेंट्स) और ओएफआई (आर्गेनिक फार्मिग एसोसिएशन ऑफ इंडिया) मिलकर कर रहा है।"

भारत में हो रहा है पहली बार

अल्वारेस ने बताया, “जैविक कृषि विश्व कुंभ का आयोजन तीन वर्ष में एक बार दुनिया के किसी देश में होता। इस बार यह आयोजन भारत में हो रहा है। पिछला कुंभ इस्तांबुल में 2014 में हुआ था।“

यह कुंभ सिर्फ किसानों का ही नहीं

उन्होंने बताया, "इस्तांबुल में रूस, चीन और ब्राजील जैसे ताकतवर देशों को पछाड़ कर हमने मेजबानी प्राप्त की है। जैविक कृषि विश्व कुंभ केवल किसानों का ही नहीं, बल्कि जैविक कृषि वैज्ञानिकों, व्यापारियों और उसको प्रोत्साहन देने वालों का संयुक्त आयोजन है। जैविक कृषि कुंभ का आयोजन पूरी तरह से जैविक है। तीन दिवसीय आयोजन के दौरान पूरा परिसर प्लास्टिक मुक्त रहेगा। आने वाले प्रतिभागियों को मोटे जैविक अनाजों से बना भोजन मिट्टी के बर्तनों और पत्तलों में दिया जाएगा।"

ताकि किसी भी प्रकार की न हो क्षति

अल्वारेस ने कहा कि 19वें जैविक कृषि विश्व कुंभ के माध्यम से देश ही नहीं दुनिया में एक ऐसी कृषि संस्कृति को विकसित और प्रोत्साहित करना है, जिसमें जल, जंगल और जमीन को किसी भी प्रकार की क्षति न हो।

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