स्वतंत्रता दिवस से पहले किसानों को नई सौगात दी गई है, कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय ने देश के किसानों को फायदा पहुंचाने के लिए ट्रैक्टर टेस्टिंग प्रक्रिया की समय सीमा को कम कर दिया है।
केंद्रीय कृषि मशीनरी प्रशिक्षण और परीक्षण संस्थान (CFMTTI), बुदनी द्वारा खेती में उपयोग किए जाने वाले ट्रैक्टर्स की टेस्टिंग प्रक्रिया की समय-सीमा को 9 माह से घटाकर मात्र 75 दिन कर दिया है। इससे किसानों को नई तकनीक के बेहतर ट्रैक्टर के लिए लंबा इंतजार नहीं करना पड़ेगा। ट्रैक्टर कंपनियों का भी समय बचेगा।
यह नई गाइडलाइन 15 अगस्त 2022 से लागू होगी। ट्रैक्टर किसानों के काम का जरूरी हिस्सा होता है। कोई भी ट्रैक्टर बाजार में लांच होने से पहले एक परीक्षण प्रक्रिया से गुजरता है। केंद्रीय कृषि मशीनरी प्रशिक्षण और परीक्षण संस्थान (CFMTTI), बुदनी में ट्रेक्टरों की टेस्टिंग होती है।
.@AgriGoI ने केंद्रीय कृषि मशीनरी प्रशिक्षण और परीक्षण संस्थान (CFMTTI), बुदनी द्वारा खेती के लिए उपयोग किए जाने वाले ट्रैक्टर्स की टेस्टिंग प्रक्रिया की समय-सीमा को 9 माह से घटाकर किया मात्र 75 दिन…#AazadiKaAmritMahotsav में बड़ी सौगात…#AatmaNirbharKrishi pic.twitter.com/asNSooMUmK
— Narendra Singh Tomar (@nstomar) July 31, 2022
संस्थान से जांच रिपोर्ट मिलने के बाद ही इन्हें मार्केट में उतारा जाता है। अभी तक ट्रैक्टर टेस्टिंग प्रक्रिया की समय-सीमा 9 महीने थी। इससे किसानों को नई तकनीक के नए ट्रैक्टर के लिए एक लंबा इंतजार करना पड़ता था। लेकिन अब किसानों और ट्रैक्टर कंपनियों को नए ट्रैक्टर की लांचिंग के लिए अधिक समय तक इंतजार नहीं करना होगा।
केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने 31 जुलाई को अपने ट्विटर हैंडल पर जानकारी देते हुए बताया कि खेती के लिए उपयोग किए जाने ट्रैक्टर्स की टेस्टिंग प्रक्रिया की समय-सीमा में कमी की गई है। आजादी के अमृत महोत्सव के तहत कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार ने केंद्रीय कृषि मशीनरी प्रशिक्षण और परीक्षण संस्थान (CFMTTI), बुदनी द्वारा खेती के लिए उपयोग किए जाने ट्रैक्टर्स की की टेस्टिंग प्रक्रिया की समय-सीमा को 9 माह से घटाकर मात्र 75 दिन कर दिया है। यह गाइडलाइन 15 अगस्त 2022 से लागू होंगे।
भारत में कृषि क्षेत्र में मशीनीकरण को बढ़ावा देने एवं किसानों के लिए उपयुक्त ट्रैक्टरों की उपलब्धता सुनिश्चित करने के उद्देश्य से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के दिशा-निर्देश पर कृषि एवं किसान कल्याण विभाग / मंत्रालय द्वारा यह सकारात्मक कदम उठाया गया है। ट्रैक्टर परीक्षण की नई, प्रभावी एवं शीघ्र परीक्षण प्रक्रिया को लागू करने के लिए कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय द्वारा केंद्रीय कृषि मशीनरी प्रशिक्षण एवं परीक्षण संस्थान (CFMTTI), बुदनी और अन्य संबंधित अधिकारियों को संशोधित दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं, जो 15 अगस्त 2022 से प्रभावी होंगे।