बलिया। उत्तर प्रदेश के जल संसाधन मंत्री के औचक निरीक्षण के दौरान धान खरीद केंद्र में बड़ी गड़बड़ियां सामने आई हैं। औचक निरीक्षण के दौरान मंत्री को यह पता चला कि जिन किसानों के खेत नहीं हैं, उनसे भी धान खरीद लिए गए हैं।
90 प्रतिशत धान खरीद में फर्जीवाड़ा
प्रदेश के जल संसाधन राज्य मंत्री उपेंद्र तिवारी ने शनिवार को जिला पूर्ति कार्यालय, जिला अस्पताल और चितबड़ागाँव स्थित क्रय केंद्र का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान धान खरीद केंद्र पर पहुंचे मंत्री ने कई किसानों से फोन पर बात करके भी उनसे पूछताछ की, जिसके बाद मंत्री ने 90 प्रतिशत धान खरीद में फर्जीवाड़े की आशंका जताई।
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जहां धान की खेती नहीं होती…
मंत्री ने पाया कि जिनके पास खेत नहीं हैं, उन्होंने सैकड़ों कुंतल धान बेच दिया और जहां धान की खेती नहीं होती, वहां के किसानों का नाम भी खरीद केंद्र पर दर्ज है। उन्होंने अधिकारियों को मामले की जांच करने का निर्देश दिया।
घालमेल करने वाले की जगह जेल
वहीं, राज्य मंत्री तिवारी ने जिला पूर्ति कार्यालय का औचक निरीक्षण किया, जहां दोनों अधिकारी बिना सूचना के गायब थे। मंत्री ने मौके से ही खाद्य एवं रसद आयुक्त से बात कर उन्हें स्थिति से अवगत कराया और कार्रवाई करने को कहा। निरीक्षण के दौरान तिवारी पूरे आक्रामक रूप में दिखे। उन्होंने सभी कर्मियों को चेतावनी देते हुए कहा कि वे अपने दायित्व के प्रति सचेत रहें अन्यथा अनिवार्य सेवानिवृत्ति लेकर घर बैठ जाएं। उन्होंने कहा कि गरीबों के लिए चलायी जा रही योजनाओं के क्रियान्वयन में घालमेल करने वाले की जगह जेल होगी।