लखनऊ (उत्तर प्रदेश)। इस समय कई प्रदेशों में लगातार खाद की कमी की खबरें आ रही हैं, यूपी में उर्वरकों की कमी न हो इसके लिए अधिकारियों और निर्माताओं के साथ कृषि मंत्री ने बैठक की।
प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने कहा, “प्रदेश के सभी ज़िलों में रासायनिक खाद यूरिया, डीएपी, और एनपीके की पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है। कहीं भी यूरिया की कोई कमी नहीं है। हर जिले के जिलाधिकारियों के स्तर पर 70 हजार मीट्रिक टन यूरिया सुरक्षित रखी गई है, जिसका वितरण जिलाधिकारी अपने स्तर पर करेंगे। किसी भी जिले में उर्वरकों की कमी नहीं होगी।”
कृषि विभाग के अनुसार जनवरी महीने के लिए निर्धारित लक्ष्य 20.69 लाख मीट्रिक टन के सापेक्ष 22.65 लाख मीट्रिक टन यूरिया की उपलब्धता सुनिश्चित की जा चुकी है। । कुल उपलब्ध यूरिया के सापेक्ष रबी सीजन 2019-20 में अब तक 16.93 लाख मीट्रिक टन यूरिया का वितरण किया जा चुका है और 5.72 लाख मीट्रिक टन यूरियाअवशेष है। इसके अतिरिक्त 4.27 लाख मीट्रिक टन यूरिया डीएपी और 1.44 लाख मीट्रिक टन यूरिया एनपीके खाद की उपलब्धता है। इस प्रकार प्रदेश में कहीं भी खाद की कोई कमी नहीं है।
कृषि मंत्री ने प्रदेश में उर्वरकों की उपलब्धता के सम्बन्ध में अधिकारियों और खाद निर्माता कम्पनियों के साथ बैठक में समीक्षा की। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार किसानों को पर्याप्त मात्रा में उर्वरक उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध है और इसी के मद्देनजर किसानों को खाद की उपलब्धता भी सुनिश्चित करा रही है। उन्होंने उर्वरक निर्माता कम्पनियों को निर्देशित करते हुए कहा कि वे प्राथमिकता के आधार पर शीघ्र साधन सहकारी समितियों को उर्वरकों की उपलब्धता सुनिश्चित करायें।
बैठक में बताया गया कि इस माह जनवरी के लिए निर्धारित लक्ष्य 20.69 लाख मीट्रिक टन के सापेक्ष 22.65 लाख मीट्रिक टन यूरिया की उपलब्धता सुनिश्चित की जा चुकी है।
कृषि मंत्री ने कहा कि यदि कोई उर्वरक डीलर खाद विक्रेताओं को यूरिया के साथ किसी प्रकार की टैगिंग करेगा तो सम्बन्धित डीलर के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जायेगी। अगर आवश्यकता पड़ी तो उसका लाइसेन्स भी निरस्त किया जा सकता है। शाही ने कहा कि उर्वरक एवं खाद वितरण में पूर्ण पारदर्शिता रखी जाये, किसी भी प्रकार की अनियमितता पाये जाने पर सम्बन्धित के विरूद्ध कड़ी कार्रवाई सुनिश्चित की जायेगी।