केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय मना रहा है आजादी का अमृत महोत्सव सप्ताह, इस अवसर पर ‘किसान भागीदारी, प्राथमिकता हमारी’ अभियान का होगा आयोजन
केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय आजादी का अमृत महोत्सव के तहत 25 से 30 अप्रैल, 2022 तक ‘किसान भागीदारी, प्राथमिकता हमारी’ अभियान का आयोजन कर रहा है। इस अभियान के जरिए कृषि एवं किसान कल्याण विभाग अन्य विभागों के सहयोग से किसानों के लिए क्षेत्रीय स्तर पर राष्ट्रव्यापी कार्यक्रम किया गया है।
आज से शुरू हो रहे इस अभियान के तहत किसान हित में भारत सरकार की विभिन्न योजनाओं से सम्बंधित जानकारीयों व उपलब्धियों के बारे में किसानों को अवगत कराया जाएगा…#KBPH #KisanBhagidariPrathmiktaHamari #KisanPrathmikta pic.twitter.com/IXPOWvGQx1
— Narendra Singh Tomar (@nstomar) April 25, 2022
इस अवसर पर किसानों के लिए अलग अलग प्रकार के कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। कृषि अनुसंधान और शिक्षा विभाग सभी कृषि विज्ञान केंद्रों पर कृषि मेला और प्राकृतिक खेती पर प्रदर्शनी आयोजित की जा रही है। इस अवसर पर केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर सामान्य सेवा केंद्र द्वारा आयोजित फसल बीमा कार्यशाला का उद्घाटन भी किया।
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के अंतर्गत किसानों को प्रतिवर्ष ₹ 6,000 की आर्थिक सहायता प्रदान की जा रही है।
अब तक 1.82 लाख करोड़ की राशि, 11.30 करोड़ किसान परिवारों के बैंक खातों में जमा करायी गयी है…#KBPH #KisanBhagidari #KisanPrathmikta pic.twitter.com/5d5xtpvHgV
— Narendra Singh Tomar (@nstomar) April 25, 2022
दीनदयाल अंत्योदय योजना (डीएवाई) – राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत ग्रामीण विकास मंत्रालय कृषि परितंत्र और पशुधन प्रथाओं पर एक व्याख्यान आयोजन करेगा। सप्ताह के दौरान वाणिज्य मंत्रालय और खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्रालय द्वारा एक जिला एक उत्पाद (ओडीओपी) पर एक वेबिनार आयोजित किया जाएगा। इस अवसर पर 75 चयनित किसानों और उद्यमियों का एक राष्ट्रीय आत्मनिर्भर भारत सम्मेलन भी आयोजित किया जाएगा। इस अभियान में देश भर से ऑफलाइन और ऑनलाइन माध्यम से 1 करोड़ से अधिक किसानों के भाग लेने की उम्मीद है।
अभियान में होगी 75 वर्षों की उपलब्धियों पर बात
बागवानी फसलों- अदरक, केला, आम और पपीता का सबसे बड़ा उत्पादक;
पीली क्रांति (ऑपरेशन गोल्डन फ्लो);
मीठी क्रांति: शहद उत्पादन;
फसल सिंचाई में सुधार;
कृषि में आईसीटी का उपयोग;
कृषि में रिमोट सेंसिंग/जीआईएस/ड्रोन का अनुप्रयोग;
कृषि में जैव-प्रौद्योगिकी का अनुप्रयोग;
जल-संभर विकास कार्यक्रम की सफलता;
बीज और उर्वरक में आत्मनिर्भरता;
कृषि यंत्रीकरण में उन्नति;
मृदा स्वास्थ्य प्रबंधन (आईएनएम)
कीटों का प्रभावी प्रबंधन (आईपीएम);
इन योजनाओं पर भी होगी बात
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि;
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना;
प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना – प्रति बूंद अधिक फसल;
प्रधानमंत्री किसान मानधन योजना;किसान क्रेडिट कार्ड;
कृषि ऋण;
ई-राष्ट्रीय कृषि बाजार (ई-एनएएम);
किसान उत्पादक संगठन (एफपीओ);
मृदा स्वास्थ्य कार्ड;
जैविक और प्राकृतिक खेती;
पौध संरक्षण और पौध संगरोध;
मधुमक्खी पालन;
फार्म मशीनीकरण;
राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन;
बीज और रोपण सामग्री;
बागवानी के समेकित विकास पर मिशन;
विस्तार सुधार (एटीएमए);
आरकेवीवाई – रफ्तार – कृषि स्टार्ट-अप;