कमाई के लिए युगांडा के किसान अपना रहे हैं खेती का देसी नुस्खा

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कमाई के लिए युगांडा के किसान अपना रहे हैं खेती का देसी नुस्खाgaonconnection

युगांडा। अफ्रीकी देश युगांडा के किसान इन दिनों खेती का देसी नुस्खा अपनाकर मोटी कमाई कर रहे हैं। जिनसे भारतीय किसानों को भी सीख लेने की ज़रूरत है। दुनियाभर के किसान ज्यादा से ज्यादा मुनाफ़ा कमाने के लिए हाईब्रीड बीजों का इस्तेमाल कर रहे हैं। भले ही इन बीजों से होने वाली पैदावार ज्यादा हो लेकिन इन बीजों के इस्तेमाल से खेतों की उर्वरक क्षमता कम हो जाती है। इतना ही नहीं कीटनाशकों के बेतरतीब इस्तेमाल की वजह खाने वालों की सेहत पर भी खासा असर पड़ता है।

युगांडा के कृषि विशेषज्ञों का मानना है कि खेती का देसी नुस्खा अपनाकर भी किसान हाईब्रीड बीजों की तरह ही अच्छी पैदावार कर मुनाफ़ा कमा सकते हैं। दरअसल युगांडा के आर्थिक हालात बेहद खराब हैं। यहां के किसान ना तो महंगे बीज खरीदने के ही काबिल और ना ही खेती के आधुनिक साजोसामान। ऐसे खेती का सस्ता और देसी नुस्खा युगांडा के किसानों के लिए बेहद फायदे का सौदा साबित हो रहा है।

बड़े किसान भी अपना रहे हैं खेती का देसी तरीक़ा

युगांडा के छोटे खेतीहर किसानों की देखा-देखी बड़े किसान भी खेती के देसी नुस्खे अपना रहे हैं। वो खेतों में कीटनाशकों की बजाय ऑर्गेनिक खाद का इस्तेमाल कर रहे हैं। इस प्रक्रिया से किसानों का पैसा तो बच ही रहा है साथ ही खेत की उर्वरक क्षमता को भी नुकसान नहीं पहुंच रहा है। हाईब्रीड बीजों के इस्तेमाल का सबसे बड़ा नुकसान ये है कि इन बीजों का केवल एक बार ही इस्तेमाल किया जा सकता है। 

सब्जी की खेती करने वालों को ज्य़ादा फायदा

खेती का देसी नुस्खा अपनाने से सबसे ज्यादा फायदा सब्जी की खेती करने वालों किसानों को हो रहा है। सब्ज़ी की बुवाई करने वालों किसान देसी तरीके से बनाए गए खाद का इस्तेमाल कर रहे हैं जिसके चलते सब्ज़ियों की पैदावार में ज़बर्दस्त इज़ाफ़ा हुआ है। युगांडा के किसान बड़े पामाने पर बीजों का संरक्षण करते हैं फिर सीज़न के हिसाब से बुआई का काम किया जाता है। सिर्फ़ इतना ही नहीं सब्जी की खेती के लिए पानी की भी कम ज़रूरत पड़ती है।

मिश्रित खेती से मुनाफ़ा ज्यादा

जिन किसानों के पास कम खेत हैं वो सब्जियों की मिश्रित खेती कर रहे हैं। कम ज़मीन में ही पांच से छह सब्जियों की खेती कर मोटा मुनाफ़ा कमा रहे हैं। किसान गोभी, गाजर, आलू, चुकंदर, बींस और शिमला मिर्च जैसी सब्जियों की खेती कर रहे हैं।

 

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