हिमाचल प्रदेश की सेब की पांच किस्मों रॉयल डिलिशस, डार्क ब्राउन गाला, स्कार्लेट स्पर, रेड वेलॉक्स और गोल्डन डिलिशस की प्रदर्शनी बहरीन में लगेगी।
कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य उत्पादों के निर्यात को प्रोत्साहन देते हुये कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण (अपेडा) ने हिमाचल प्रदेश उद्यान-विज्ञान उत्पाद विपरण और प्रसंस्करण निगम लिमिटेड (एचपीएमसी) के सहयोग से बाहरीन को पांच अनोखी किस्म के सेबों की पहली खेप रवाना की।
बहरीन के अग्रणी खुदरा विक्रेता अल-जज़ीरा ग्रुप द्वारा आयोजित सेब संवर्धन कार्यक्रम के तहत इन सेबों को पेश किया जायेगा। यह प्रदर्शनी 15 अगस्त 2021 से शुरू होगी। इसी दिन से भारत के 75वें स्वतंत्रता दिवस के जश्न की भी शुरूआत होगी, जिसकी थीम ‘भारत की आजादी का अमृत महोत्सव’ है।
In a boost to apple exports, #APEDA in collaboration with #HPMC exported a consignment consisting of five unique varieties of apples – – Royal Delicious, Dark Baron Gala, Scarlet Spur, Red Velox & Golden Delicious to #Bahrain. #AzadiKaAmritMahotsav #75thIndependenceDay pic.twitter.com/UvxR3yTl9H
— APEDA (@APEDADOC) August 12, 2021
सेब संवर्धन कार्यक्रम का आयोजन इसलिये भी किया जा रहा है, ताकि बहरीन के उपभोक्ता भारत में पैदा होने वाले सेबों की किस्मों से परिचित हो सकें।
यह पहल ऐसे समय में हो रही है, जब भारत कोविड-19 महामारी की चुनौतियों के बावजूद नये-नये देशों को आम के निर्यात में अपनी पैठ बढ़ा रहा है।
जुलाई 2021 में पूर्वी इलाकों, खासतौर से मध्यपूर्व के देशों को आम का निर्यात बढ़ाने के लिये महत्त्वपूर्ण पहलें की गई। इस सिलसिले में पश्चिम बंगाल के मालदा जिले के भौगोलिक संकेतक (जीआई) प्राप्त फ़ाज़िल आम की खेप बाहरीन को निर्यात की गई थी। फ़ाज़िल आम की यह खेप अपेडा पंजीकृत डीएम एंटरप्राइसेज, कोलकाता ने निर्यात की थी तथा बाहरीन के अल-जज़ीरा ग्रुप ने इसे मंगवाया था।
एपीडा गैर-पारंपरिक इलाकों और राज्यों से फलों और सब्जियों के निर्यात को बढ़ावा देने के कदम उठाता रहा है। वह आम के निर्यात को प्रोत्साहन देने के लिये वर्चुअल माध्यम से क्रेता-विक्रेता सम्मेलनों तथा उत्सवों का आयोजन करता रहा है।
बहरीन को आम की खेप भेजने के पहले एपीडा ने कतर के दोहा में आम संवर्धन कार्यक्रम का आयोजन किया था। इस कार्यक्रम में आम की नौ किस्में पेश की गई थीं, जिनमें पश्चिम बंगाल और उत्तरप्रदेश के जीआई प्रमाणपत्र प्राप्त आमों को शामिल किया गया था। इन आमों को आयातकों ने फैमिली फूड सेंटर के स्टोरों में रखा था।