बरेली। दूसरे किसान जहां प्रति एकड़ 80 कुंतल मिर्च की पैदावार कर रहे हैं, वहीं पर ये किसान वैज्ञानिक विधि अपनाकर प्रति एकड़ 140-150 कुंतल मिर्च का उत्पादन कर रहा है।
बरेली जिले के भोजीपुरा ब्लॉक के हमीरपुर गाँव के किसान ओमप्रकाश कई साल से मिर्च की खेती करते आए हैं, लेकिन कृषि विज्ञान केन्द्र की मदद से इस बार बंपर पैदावार कर रहे हैं। ओमप्रकाश ने 2.5 बीघा खेत में हरी मिर्च की संकर प्रजाति की रोपाई सितम्बर महीने में की थी। फरवरी से मई के दूसरे सप्ताह तक चार तुड़ाई हो चुकी है, जिसमें लगभग 31 कुंतल हरी मिर्च का उत्पादन हो गया है। जबकि हरी मिर्च की फसल खेत में अभी चल रही है, जिसमें अभी तीन तुड़ाई और होने की सम्भावना है।
इस तरह 2.5 बीघा खेत से लगभग 65 कुन्तल मिर्च का उत्पादन होना तय है जोकि वैज्ञानिक पद्धतियों के अपनाने से सम्भव है। प्रति एकड़ के हिसाब से ओम प्रकाश के खेत पर हरी मिर्च का उत्पादन 140-150 कुन्तल प्रति एकड़ तक होगा, जोकि औसतन 80 कुन्तल प्रति एकड़ से कहीं अधिक है।
मेड़ पर लगायी मिर्च की पौध
ओम प्रकाश ने कृषि विज्ञान केन्द्र, बरेली की तकनीकी सलाह पर मिर्च की प्रजाति का चयन किया था वैज्ञानिक विधि से पौधशाला प्रबंधन कर मिर्च की मेड़ों के ऊपर रोपाई की। मेड़ों के ऊपर हरी मिर्च की खेती करने से सिंचाई की 35 से 50 प्रतिशत की बचत होती है और पौधों की जड़ों की बढ़वार दुगुनी अच्छी हो जाती है। जड़ों में जल एवं वायु का संचार ज्यादा होने से पौधों की वृद्धि सामान्य खेत की तुलना में ज्यादा अच्छी होती है और मिर्च पर फलत ज्यादा आती है।
ओमप्रकाश कहते हैं, “मेड़ों के ऊपर हरी मिर्च की खेती करने से कम सिंचाई करनी पड़ती है और पौधे भी अच्छे बढ़ते हैं।” ओम प्रकाश मिर्च की खेती से खुद ही अपनी आय नहीं बढ़ा रहे हैं, बल्कि गाँव के अन्य लोगों और महिलाओं को भी रोजगार दे रहे हैं। गाँव की महिलाएं मिर्च की रोपाई (मजदूरी रुपए 250 प्रति व्यक्ति) और तुड़ाई कर (दो रुपए प्रति किलो) कमाई कर रही हैं।
ओमप्रकाश कहते हैं, “2.5 बीघा खेत से 65 हजार रुपए की कमाई तो होगी ही, अभी तक बरेली सब्जी मण्डी में 600 रुपए से लेकर 2700 रुपए प्रति कुंतल मिर्च बेच चुका हूं, अभी और भी बिक्री होगी।”