कन्नौज। इस बार आलू की खेती का रकबा घटने और कोल्डस्टोरेज की संख्या बढ़ने की वजह से भंडारण को लेकर किसान परेशान नहीं होंगे। तकरीबन हर साल आलू रखने को लेकर किसान काफी दिक्कत में रहते थे। उनको कोल्ड में ‘फुल’ के बोर्ड लगने के कारण भटकना पड़ता था।
‘‘अब तो शुरूआत हुई है। बसंत पंचमी से कोल्ड स्टोरेज में भंडारण का काम शुरू होता है। मार्च तक भंडारण चलता है, करीब पांच फीसदी ही आलू कोल्डस्टोरेज में पहुंचा होगा। कन्नौज में 124 कोल्ड बन चुके हैं, जिसमें 117 शुरू हैं। इस बार रकवा कम था और संख्या भी बढ़ गई, इसलिए किसानों को भंडारण में दिक्कत नहीं होगी।’’ ऐसा बताते हैं, कन्नौज के जिला उद्यान अधिकारी मनोज कुमार चतुर्वेदी।
यह भी पढ़ें- कोल्ड स्टोरेज न होने से बर्बाद होती हैं 40 प्रतिशत सब्जियां
मनोज आगे बताते हैं, ‘‘सात और नए कोल्डस्टोरेज की फाइल लाइसेंस के लिए गई है। वर्ष 2017 में आलू का आच्छादित क्षेत्रफल 47,950 हेक्टेयर था। वर्ष 2015-16 में 48,500 हेक्टेयर था। इस बार आलू का रकबा घटा है। वर्ष 2017 में आलू का उत्पादन 13,06,538 मीट्रिक टन हुआ था। उस समय कोल्डस्टोरेज की संख्या 111 थी। भंडारण क्षमता 10,88,865.21 थी जो अब बढ़कर 11,69,025.96 मीट्रिक टन हो गई है।’’
जिला मुख्यालय कन्नौज से करीब 25 किमी दूर मै बुलबुल शीतालय डुंडवाबुजुर्ग गुरसहायगंज के ताहिर हुसैन ने ‘गांव कनेक्शन’ को मोबाइल पर बताया, ‘‘अभी 10-12 फीसदी आलू आया होगा। खुदाई चल रही है, होली के बाद ही सही स्थिति स्पष्ट होगी। आलू का एरिया भी कम था, इसलिए किसानों को भंडारण में दिक्कत नहीं होगी।’’
तिर्वा कोल्ड स्टोरेज के प्रोपाइटर हाकिम सिंह बताते हैं, ‘‘सभी कोल्डस्टोरेज खाली नहीं रहेंगे। हम तो लोकल में बैठे हैं, मेरा हर साल भर जाता है। इस बार भी उम्मीद है। होली के बाद ही क्लीयर होगा कि कितना भरेगा। कल तक 50 फीसदी भंडारण हो जाएगा।’’
यह भी पढ़ें- यूपी में आलू खरीद को लेकर नया प्रस्ताव तैयार, जानिए क्यों चर्चा में आया आलू
सदर कन्नौज तहसील क्षेत्र के महमूदपुर में रहने वाले रोहित सिंह (26 वर्षीय) बताते हैं, ‘‘इस बार दिक्कत नहीं है। कोल्ड वाले बोल रहे हैं कि आलू ले आओ। उतना आलू नहीं है इस बार और कोल्ड भी बढ़ गए हैं। आगे चलकर शायद भाव बढ़ जाए इसलिए कोल्डस्टोरेज में रखते हैं। फिलहाल 350 रूपए पैकेट (करीब 50 किलो) खेतों में मांगा जा रहा है।’’ मढ़पुरा में रहने वाले बृजभान सिंह (55 वर्ष) बताते हैं, ‘‘इस बार तो आलू खाने के लिए किया है। कोल्ड में भी रखेंगे। कम आलू किया है तो हमको दिक्कत नहीं होनी चाहिए।’’
आस-पास जनपदों का आंकड़ा
- कन्नौज 117
- फर्रूखाबाद 70
- इटावा 54
- कानपुर 63
रिपोर्ट- अजय मिश्र/मोहम्मद परवेज