Gaon Connection Logo

भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान की दो एकड़ जमीन पशु चिकित्सा परिषद को मिलेगी    

Indian Agricultural Research Institute land

नई दिल्ली (भाषा)। सरकार ने भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान (आईएआरआई) की दो एकड़ जमीन भारतीय पशु चिकित्सा परिषद (वीसीआई) को 99 साल के पट्टे पर देने को बुधवार को मंजूरी दे दी। वीसीआई को राष्ट्रीय राजधानी में यह जमीन अतिरिक्त सुविधाएं स्थापित करने के लिए दी गई है।

वीसीआई ने अपने विस्तार के लिए मांगी भूमि

वीसीआई एक सांविधिक निकाय है जो देशभर में पशु चिकित्सा और शिक्षा का नियमन करती है। यह राष्ट्रीय राजधानी में भीकाजी कामा पैलेस में 361 वर्ग मीटर क्षेत्र में स्थित है। यह जमीन आवास एवं शहरी विकास निगम से पट्टे पर ली गयी है। वीसीआई ने अपनी गतिविधियों के विस्तार के लिए और जगह की मांग की थी।

केंद्रीय मंत्रिमंडल ने दी मंजूरी

एक आधिकारिक बयान के अनुसार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने आईएआरआई की दो एकड़ जमीन वीसीआई को 99 साल के पट्टे पर देने को मंजूरी दे दी। भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद की यह जमीन वीसीआई को एक रुपए प्रति वर्ग मीटर सालाना के आधार पर कुल 8,01278 रुपए के पट्टे पर दी गई है। यहां ढांचागत सुविधा स्थापित करने के बाद वीसीआई पशु चिकित्सा से जुड़े पेशेवरों के लिए अल्पकालीन पाठ्यक्रम शुरु करेगी। इसका मकसद पशु विज्ञान के क्षेत्र में नवीनतम शोध के संदर्भ में पेशेवरों के कौशल को निखारना है।

ग्रामीण आबादी को मिलेगा इससका लाभ

बयान के अनुसार इसका लाभ ग्रामीण आबादी को मिलेगा जिससे आर्थिक वृद्धि एवं रोजगार सृजन को गति मिलेगी। कृषि मंत्रालय ने मंत्रिमंडल को बताया कि आईएआरआई के पास पर्याप्त जमीन है और दो एकड़ जमीन वीसीआई को देने से शोध एवं खेतों में प्रयोग के कार्य प्रभावित नहीं होंगे। इससे वीसीआई को व्यापक तरीके से अपनी गतिविधियां चलाने में मदद मिलेगी।

राष्ट्रीय राजधानी के टोडापुर गाँव में आईएआरआई के पास कुल 1,200 एकड़ जमीन है जिसमें 750 एकड़ कृषि भूमि है।

More Posts

मोटे अनाज की MSP पर खरीद के लिए यूपी में रजिस्ट्रेशन शुरू हो गया है, जानिए क्या है इसका तरीका?  

उत्तर प्रदेश सरकार ने मोटे अनाजों की खरीद के लिए रजिस्ट्रेशन शुरू कर दिया है। जो किसान भाई बहन मिलेट्स(श्री...

यूपी में दस कीटनाशकों के इस्तेमाल पर लगाई रोक; कहीं आप भी तो नहीं करते हैं इनका इस्तेमाल

बासमती चावल के निर्यात को बढ़ावा देने और इसे अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप बनाने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने...

मलेशिया में प्रवासी भारतीय सम्मेलन में किसानों की भागीदारी का क्या मायने हैं?  

प्रवासी भारतीयों के संगठन ‘गोपियो’ (ग्लोबल आर्गेनाइजेशन ऑफ़ पीपल ऑफ़ इंडियन ओरिजिन) के मंच पर जहाँ देश के आर्थिक विकास...