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बागवानों को दी गयी गुणवत्ता युक्त आम उत्पादन की जानकारी 

उप्र बागवानी विभाग

सुरेन्द्र कुमार

स्वयं कम्युनिटी जर्नलिस्ट

लखनऊ। जिले में बड़ी मात्रा में आम का उत्पादन होता है, लेकिन आम की गुणवत्ता ठीक न होने से पिछले कई वर्षों में आम का बाजार नहीं मिल पाया। बागवानों को सही जानकारी न देने के लिए राज्य स्तरीय ‘गुणवत्ता युक्त आम उत्पादन एवं संरक्षित खेती’ संगोष्ठी का आयोजन औद्यानिक प्रयोग और प्रशिक्षण केन्द्र, मलिहाबाद पर किया गया।

संगोष्ठी का उद्घाटन कृषि उत्पादन आयुक्त, उत्तर प्रदेश प्रदीप भट्नागर ने किया। इस संगोष्ठी में प्रमुख सचिव उद्यान सुधीर गर्ग, निदेशक उद्यान एस.पी.जोशीं, निदेशक सी.आई.एस.एच. डा. शैलेन्द्र राजन, मुख्य विकास अधिकारी पी.के.सिंह मौजूद रहे।

आम फलपट्टी क्षेत्र काकोरी, मलिहाबाद व माल सहित बीकेटी के कुछ भाग को मिलाकर बना है। यहां 70 फीसदी भू-भाग पर आम के बाग लहलहा रहे हैं। इसी फसल से यहां के किसान अपनी वार्षिक खर्च की कार्य योजना बनाते हैं। क्योंकि यहां के किसानों का एक मात्र मुख्य व्यवसाय आम ही है। पिछले वर्ष मौसम विपरीत होने से बढ़े रोगों व कीटों के कारण फसल पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा था, जिससे उत्पादन क्षमता में गिरावट आयी थी।

गोष्ठी में आम उत्पादन विपणन, संरक्षण एवं पोस्ट हार्वेस्ट प्रबंधन की नवीनतम तकनीकि पर जानकारी दी गयी। इस संगोष्ठी में 500 किसानों से अधिक बागवानों ने भाग लिया। प्रतिभागियों में लखनऊ मण्डल तथा अन्य जनपदों के आम फलपट्टी क्षेत्र के किसानों ने भाग लिया।

आम बागवानी पर कीट/रोग प्रबन्धन, शस्य क्रियाए और पोषण प्रबन्धन, क्षेत्र प्रबन्धन, संरक्षित खेती आम बागों में छोटी सिंचाई तकनीक की पूरी जानकारी सी.आई.एस.एच. के प्रधान वैज्ञानिकों के द्वारा दी गयी।

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