प्रोसेस्ड फूड इंडस्ट्री के लिए मददगार है अदरक का छिलका उतारने वाली मशीन  

Devanshu Mani TiwariDevanshu Mani Tiwari   5 Feb 2018 1:04 PM GMT

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प्रोसेस्ड फूड इंडस्ट्री के लिए मददगार है अदरक का छिलका उतारने वाली मशीन  एक घंटे में 200 किग्रा अदरक छीलती है यह मशीन।

तमिलनाडु का मदुरई जिला पहले अपने चावल के अच्छे उत्पादन के लिए जाना जाता था। लेकिन बीते कुछ वर्षों में लगातार पड़ रहे सूखे ने यहां के किसानों के साथ-साथ राइस मिलों को भी काफी प्रभावित किया है। क्षेत्र में बंद होती राइस मिलों के कारण यहां पर अचार उद्योग तेज़ी बढ़ रहा है। इसलिए यहां रहने वाले किसान भी अचार इंडस्ट्री से संबंधित काम शुरू कर रहे हैं।

पिछले 17 वर्षों से चावल मिलों के लिए तरह-तरह के मशीन पार्ट्स बनाने का काम कर रहे उसीलमपत्ती गाँव के रहने वाले एम नागराजन ( 45 वर्ष) अब राइस मिलों के साथ साथ अचार उद्योग से जुड़ी मशीने भी बना रहे हैं। हाल ही में उन्होंने अपनी वर्गो इंडस्ट्री नाम की वर्कशॉप में तेज़ी से अदरक छीलने वाली मशीन बनाई है। नागराजन की बनाई गई इस मशीन की मदद से क्षेत्र की कई आचार कंपनियों को फायदा मिल रहा है।

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ब्लेडों की मदद से कम समय में ज़्यादा मात्रा में छिलती है अदरक

अदरक का छिलका उतारने वाली इस मशीन में एक दो एचपी की मोटर, ब्लोअर, छिलका उतारने का बॉक्स, निकासी पाइप और ड्राइव्स होते हैं। छिलका उतारने वाले बॉक्स में अदरक डालने के लिए एक पाइप सिस्टम होता है, जो घूमने वालें शाफ्टों से जुड़ा होता है। इन शाफ्टों सेें कई ब्लेडें जुड़ी रहती हैं। मशीन में ब्लेडें छह शाफ्ट लाइनों में लगी रहती हैं और इनमें चार ब्लेडें जुड़ी होती हैं, हर ब्लेड 90 डिग्री पर लगी रहती हैं।

एक जैसे आकार में अदरक को छीलती है यह मशीन।

छिलका उतारने वाला कक्ष बेलन के आकार का होता है और इसके अंदर की दीवारें दांतेदार होती हैं। ड्राइव में तीन शाफ्ट होते हैं, दो खांचों और एक खांचे वाली घिरनियां होती हैं। ड्राइवों को वी आकार की पट्टियों के उपयोग के साथ लगाया जाता है। मशीन में दो ब्लोअर होते हैं, एक छोटा ब्लोअर और एक बड़ा। बड़े ब्लोअर का काम होता है ब्लेडों के घूमने से निकली हुई धूल और अदरक के छिलके को बाहर ढकेलना है और छोटे ब्लोअर का काम अदरक को मशीन में डालते समय उसमें से नमी को बाहर निकालना होता है। स्टील शीट से बने एक बड़े बॉक्स से इस पूरी मशीन का ढांचा बंद होता है। इस मशीन की लागत 52,000 रूपए है।

कैसे काम करती है यह मशीन

अदरक को ढलान में लगी एक पाइप लाइन के ज़रिए छिलका उतारने वाले बॉक्स में डाला जाता है। शाफ्ट पर लगी घिरनियां छोटे ब्लोअर को घुमाती है। शाफ्ट पर लगी घिरनी ब्लेडों को घुमाती हैं। छिलका उतारने वाले बॉक्स में डाल दिए जाने के बाद अदरक को बड़े ब्लोअर की मदद सेे घूमने वाली ब्लेडों तक ढकेला जाता है। इस बॉक्स में ब्लेडें घूमती रहती हैं, इसलिए वो अदरक को छिलका उतारने वाले बॉक्स में लगी दांतेदार दीवार की ओर मारती हैं और वहां इसका छिलका उतर जाता है। उसी समय, धूल और अदरक के छिलका बड़े ब्लोअर की मदद से हवा के प्रेशर से एक पाइपलाइन की मदद से बाहर निकाल दिया जाता है और छिली हुई अदरक इकट्ठा कर के स्टोर कर ली जाती है।

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मशीन की विशेषता

मशीन की क्षमता 200 किग्रा अदरक प्रति घंटा छीलने की होती है। इस मशीन से मिलने वाली अदरक एक जैसे आकार की होती हैं और उन्हें सफाई से इकट्ठा किया जा सकता है। इस मशीन की दूसरी विशेषता ये भी है कि इसे बनाना , चलाना और इसका रखरखाव करना बहुत ही आसान है। इस मशीन का उपयोग अचार उद्योग के अलावा फूड प्रोसेसिंग कंपनियों मेंं भी होता है।

इस मशीन के बारे ज़्यादा जानने के लिए यहां संपर्क करें

पता- वर्गो इंजीनियरिंग वर्क्स 29/85,

थेनी मेन रोड, उसिलमम्पट्टी -625532, तमिलनाडु।

  

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