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चीनी पर निर्यात शुल्क हटा सकती है मोदी सरकार , कीमतों पर पड़ेगा असर

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नई दिल्ली। चीनी की गिरती कीमतों से गन्ना मिल और सरकार दोनों के लिए मुश्किलें हो सकती हैं। गन्ने के अच्छे उत्पादन और विदेश से आने वाली सस्ती चीनी के चलते देशी मिलों की चीनी के रेट गिर गए थे। अब सरकार ने कहा है कि जरुरत पड़ने पर चीनी से निर्यात शुल्क हटाया जा सकता है।

शुक्रवार को राज्यसभा में उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण राज्यमंत्री सी आर चौधरी ने कहा कि चीनी की घरेली उपलब्धता और मांग को देखते हुए चीनी स निर्यात शुल्क हटाने के साथ सरकार जरुरी कदम उठाएगी। सीआर चौधरी ने ये जवाब डी कुपेंद्र रेड्डी के प्रश्न के लिखित उत्तर में ये बात कही। सरकार ने छह फरवरी को चीनी पर आयात शुल्क 50 फीसदी से बढ़ाकर 100 फीसदी कर दिया था, जिससे विदेशी से आने वाली चीनी कम हो गई थी। सरकार के मुताबिक इस कवायद से घरेलू चीनी के रेट में गिरावट तो रुकी थी ही चीनी मिलों की नदगी में सुधार हुआ था। पैसा होने से मिलों ने किसानों के बकाए का भी भुगतान किया। इसका फायदा उपभोकत्ताओं को भी मिला है।

सरकार ने छह फरवरी को चीनी पर आयात शुल्क 50 फीसदी से बढ़ाकर 100 फीसदी कर दिया था, जिससे विदेशी से आने वाली चीनी कम हो गई थी। सरकार के मुताबिक इस कवायद से घरेलू चीनी के रेट में गिरावट तो रुकी थी ही चीनी मिलों की नदगी में सुधार हुआ था।

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निर्यात शुल्क बढ़ाने से उन कारोबारियों को फायदा होगा दो भारत से तैयार चीनी विदेश भेज रहे थे, इससे घरेलू कारोबारियों को फायदा होगा। वहीं दूसरी तरफ चीनी से जुड़ी ख़बर है दिल्ली में चीनी के थोक बाजार में 100 रुपए प्रति क्विंटल की गिरावट देखी गई है। कारोबारियों के मुताबिक कमजोर मांग और पर्याप्त स्टॉक के चलते ऐसा हुआ।

समाचार एजेंसी भाषा ने चीनी मिल संगठन इस्मा के हवाले से बताया कि चालू सत्र में चीनी उत्पादन बढ़कर 2.95 करोड़ टन हो जाएगा। चीनी मिल चीनी मिल डिलीवरी एम-30 और एस-30 प्रत्येक 100 रुपये गिरकर क्रमश: 2,930- 3,085 रुपये और 2,920- 3,075 रुपये क्विंटल रह गया। चीनी तैयार एम-30 और एस-30 का भाव भी प्रत्येक 40 रुपये गिरकर क्रमश: 3,150- 3,310 रुपये और 3,140- 3,300 रुपये प्रति क्विंटल रह गया।

मिलगेट वर्ग में मवाना, किनोनी, दौराला, सकोती, मोदीनगर, बुढ़ाना और थानाभवन के दाम प्रत्येक 85 रुपये घटकर क्रमश 2,975 रुपये, 3,085 रुपये, 2,970 रुपये, 2,950 रुपये, 2,970 रुपये, 2,990 रुपये और2,980 रुपये प्रति क्विंटल रह गया।

इसी प्रकार धामपुर, शामली और मलकपुर चीनी के दाम प्रत्येक 80 रुपये गिरकर 2,960 रुपये, 2,970 रुपये और 2,955 रुपये क्विंटल रह गया। सिंभावली और खतौली मिलों की चीनी का भाव प्रत्येक 70 रुपये गिरकर क्रमश: 3,070 और 3,080 रुपये क्विंटल रह गया। (भाषा)

देश के कई राज्यों में चल रहा है गन्ने का पेराई सीजन। 

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