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गुणवत्ता की अनिश्चितता से मौजूदा मक्का कीमतों में मजबूती बनी रही : यूएसीसी      

Mumbai

मुंबई (भाषा)। अमेरिकी खाद्यान्न परिषद के अनुसार मक्का की कटाई तेज गति से जारी रहने के बावजूद गुणवत्ता की अनिश्चितता से पिछले सप्ताह मक्का कीमतों में मजबूती बनी रही।

यूएसजीसी के भारत, बांग्लादेश और श्रीलंका के प्रतिनिधि अमित सचदेव ने यहां कहा, तेलंगाना, कर्नाटक में मक्के की कटाई तेजी से जारी है और बाजार में आवक भी बेहतर है लेकिन उत्पाद की गुणवत्ता अनिश्चित है। उन्होंने कहा कि गैर-सिंचित क्षेत्रों में किसानों ने मानसून सत्र के दौरान कुछ शुष्क दौर को भी देखा जिसने दाने के विकास को प्रभावित किया क्योंकि तापमान अधिक था।

उसके बाद अत्यधिक बरसात के कारण फसल को नुकसान हुआ और किसानों ने तेलंगाना और आंध्र प्रदेश के मक्का क्षेत्रों में गंभीर क्षति होने की शिकायतें की हैं। उन्होंने कहा कि हालांकि इनके मूल्य 13,650 रुपए प्रति टन के न्यूनतम समर्थन मूल्य से कहीं अधिक हैं लेकिन फिर भी अधिकांश मामलों में उत्पादन की लागत कहीं और अधिक है।

अमित सचदेव प्रतिनिधि यूएसजीसी

वायदा कारोबार (एनसीडीईएक्स) में अगले चार महीनों के लिए भी कीमतों में तेजी है। यहां नवंबर डिलीवरी की कीमत 1.77 प्रतिशत की तेजी के साथ 13,810 रुपए प्रति टन हैं जबकि दिसंबर डिलीवरी की कीमत 2.51 प्रतिशत की तेजी के साथ 13,910 रुपए प्रति टन, जनवरी डिलीवरी की कीमत 3.24 प्रतिशत की तेजी के साथ 14,010 रुपए प्रति टन और फरवरी 2017 में डिलीवरी की कीमत 3.98 प्रतिशत की तेजी के साथ 14,110 रुपए प्रति टन हैं।

हाजिर कीमतों में पिछले सप्ताह के मुकाबले कुछ कमी आई है लेकिन यह कीमत एमएसपी से अभी भी अधिक बनी हुई है। निजामाबाद में मक्का कीमतें 0.47 प्रतिशत की गिरावट के साथ 14,581 रुपए प्रति टन, दावनगेरे में 10.20 प्रतिशत की गिरावट के साथ 15,625 रुपए प्रति टन, करीमनगर में 6.98 प्रतिशत की गिरावट के साथ 14,650 रुपए प्रति टन, सांगली में 2.57 प्रतिशत की गिरावट के साथ 13,969 रुपए प्रति टन और गुलाबाग में 1.24 प्रतिशत की गिरावट के साथ 15,590 रुपए प्रति टन थीं।

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