मुंबई (भाषा)। भारतीय सूखे मेवे के बाजार का आकार वर्ष 2020 तक दोगुना होकर लगभग 30,000 करोड़ रुपए का होने की संभावना है, जिसका कारण स्वास्थ्य की आवश्यकताओं को लेकर बढ़ती जागरूकता, बेहतर उपलब्धता और सही तरीके से की जाने वाली पैकिंग है।
रॉयल ड्राय फ्रूट्स रेंज के प्रबंध निदेशक अन्शुल अग्रवाल ने यहां एक बयान में कहा, भारत के सूखे मेवे के बाजार का आकार मौजूदा समय में 15,000 करोड़ रुपए (4,50,000 टन लगभग) का होने का अनुमान है जो मात्रा के स्तर पर लगभग 10 लाख टन पहुंच जाने की संभावना है जिसके कारण इस उद्योग का आकार 30,000 करोड़ रुपए के स्तर को लांघ जा सकता है।
उपभोक्ताओं में अब सूखे मेवे के स्वास्थ्य पर होने वाले गुणकारी प्रभावों को लेकर जागरूकता बढ़ी है।