नई दिल्ली (भाषा)। सरकार की चीनी पर आयात शुल्क में कटौती करने की तत्काल कोई योजना नहीं है क्योंकि इस वर्ष खपत में गिरावट और अगले वर्ष भारी उत्पादन होने की संभावना पर विचार करते हुए देश में चीनी की पर्याप्त आपूर्ति रहेगी।
सरकार सटोरिया गतिविधियों पर अंकुश रखने के लिए और फुटकर कीमतों में कोई वृद्धि न हो यह सुनिश्चित करने के लिए चीनी के वायदा कारोबार पर भी करीबी नजर रखे है। चीनी की खुदरा कीमत मौजूदा समय में 40 रुपए किलो है। चीनी पर आयात शुल्क मौजूदा समय में 40 प्रतिशत है और विदेशों से कोई खरीद नहीं हो पा रही है।
खाद्य मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, मुझे नहीं लगता कि हमें चीनी का आयात करना होगा क्योंकि घरेलू बाजार में हमारे पास पर्याप्त स्टॉक होगा। इसलिए इस समय आयात शुल्क में कमी करने का कोई प्रश्न ही नहीं है। पिछले दो माह में चीनी की खपत में चार से पांच लाख टन की कमी आई है। इसलिए इस वर्ष की कुल खपत वास्तव में घटकर पिछले वर्ष के स्तर यानी 2.5 करोड़ टन रह जाएगी, जबकि विपणन वर्ष 2016-17 (अक्तूबर से सितंबर) के लिए पहले खपत का अनुमान 2.55 करोड़ टन का था।
चालू वर्ष में चीनी की आपूर्ति 3.02 करोड़ टन की रहेगी, जिसमें पहले का बचा 77 लाख टन का स्टॉक तथा इस वर्ष 2.25 करोड़ टन का घरेलू उत्पादन शामिल है।