नई दिल्ली (भाषा)। उर्वरक मंत्री अनंत कुमार ने आज कह कि उन्होंने वित्त मंत्री को पत्र लिखकर 20,000 करोड़ रुपए की विशेष बैंकिंग सुविधा की मांग की है ताकि नकदी संकट से जूझ रही कंपनियों को उचित ब्याज दर पर कर्ज उपलब्ध कराया जा सके।
कुमार ने कहा कि मौजूदा वित्त वर्ष के आखिर तक उर्वरक सब्सिडी बकाया अनुमानित 35000 करोड़ रुपए रहेगा। सरकार द्वारा सब्सिडी भुगतान में देरी के मद्देनजर उद्योग जगत पर सालाना ब्याज लागत लगभग 4000 करोड़ रुपए की आएगी।
उन्होंने कहा,‘ मैंने बकाया के निपटाने के लिए 20,000 करोड़ रुपए की विशेष बैंकिंग व्यवस्था की अनुमति देने के लिए वित्त मंत्री को पहले ही पत्र लिखा है। मैं इस बारे में वित्त मंत्री से मिला भी था। मुझे उम्मीद है कि इसे मंजूरी दी जाएगी।’
मंत्री के अनुसार नोटबंदी के बाद किसानों को 100 प्रतिशत उधारी में उर्वरक बेचने के कारण उर्वरक उद्योग के समक्ष नकदी का कुछ संकट है।
उन्होंने कहा,‘ बीते तीन महीने कठिन रहे हैं जबकि हमें किसानों को उर्वरक खरीद पर 100 प्रतिशत उधारी देनी पड़ी। इसलिए उर्वरक उद्योग को कुछ नकदी की जरुरत है।